सर्दी में पशुओं को बीमारी से कैसे बचायें : Sardi Me Pashuon Ko Bimari Se Kaise Bachaye
सर्दी में पशुओं को बीमारी से कैसे बचायें : Sardi Me Pashuon Ko Bimari Se Kaise Bachaye, क्या सर्दी में आपके जानवर बीमार हो रहे हैं? तो जानिए पशु विशेषग्य की वो अहम् टिप्स जो आपके पशुओं को बीमार होने से बचायेंगे।
सर्दियों में जानवरों का ख्याल रखना बेहद जरुरी है। उन्हें गर्म रखने के लिए पशुशाला का इस्तेमाल करें, गर्म पानी से स्नान करायें और अच्छे आहार देकर अपने पशु के लिए जरुरत उर्जा की पूर्ति करें।
वर्तमान में सर्दियाँ बढ़ रही है और जानवर का ख्याल रखना जरुरी हो गया है। किसान अपनी खेती के साथ-साथ कुछ घरेलु जानवर भी रखते हैं ताकि अतिरिक्त बिज़नेस हो सके। बैल, भैंस या अन्य दुसरे घरेलु पशु सर्दियों के दौरान ज्यादा बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।
इसलिए उनका ख्याल रखना बहुत जरुरी होता है। तो आज हम जानेगें कि सर्दियों में जानवरों का ख्याल कैसे रखें और उन्हें बीमारियों से कैसे बचायें ?
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सर्दियों में जानवरों का ख्याल कैसे रखें?
सर्दी के दौरान, खुली छत की आस-पास की खिडकियों को बंद करने के लिए बर्लैप स्क्रीन लगा देना चाहिए। ये कर्तन रात को या जब एक्सट्रीम ठंड हो, बंद रखनी चाहिए और सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खोलनी चाहिए। जानवरों को खुली छत में नहीं रखना चाहिए। कोशिश करें कि जानवर पशुशाला में ही रहे, जहाँ उन्हें गर्मी मिल सके।
जानवरों के लिए धान या गेहूं के भूंसे का गद्दा बनाना चाहिए ताकि पशु आसानी से बैठ सके। सर्दियों में दोपहर के वक्त जब धुप हो तब जानवरों को धोना चाहिए और जानवरों को गर्म पानी से धोना सबसे अच्छा होता है। हो सके तो पशुशाला को गर्म रखने के लिए हाई वोल्टेज बल्ब लगा देना चाहिए।
गौशाला का डिज़ाइन और देखभाल
गौशाला का डिजाईन इस तरह होना चाहिए कि सुबह और शाम की धुप आसानी से अन्दर आ सके। पशुओं के बॉडी में ग्लिसरीन का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि जानवरों की सूखी और फटी हुई त्वचा को नरम रखा जा सके। अगर गाय का थान फट जाये तो उसका ईलाज तुरंत कराना चाहिए। मिल्किंग के दौरान, गर्म पानी का इस्तेमाल थन को धोने के लिए करना चाहिए ताकि किसी भी संक्रमण या गन्दगी से बचा जा सके।
जानवरों को पूरा पोषण
जानवरों को अच्छा और पौष्टिक खाना देना चाहिए ताकि वे सर्दी के दौरान अपनी ज्यादा उर्जा की जरूरतें पूरी कर सके। इसके लिए उच्च उर्जा वाले आहार को इनके खाना में शामिल करना चाहिए। पशुओं को उच्च फैटी आहार भी खिलाएं ताकि एक्सेस उर्जा की जरुरत पूरी हो सके और जानवर को अपचन से बचाया जा सके।
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बुखार और बीमारियों से बचाव
किसानों को अपने जानवरों को बुखार से बचाने के लिए भी ध्यान रखना चाहिए। अगर वक्त पर देखभाल ना किया जाये तो जानवरों को बीमारियाँ हो सकती है। इसलिये उनका वक्त पर ईलाज जरुरी है।
अगर पशुशाला को सफाई से रखा जाये तो मच्छरों से छुटकारा मिलता है। अगर पशुशाला की सफाई नहीं होती है तो मच्छरों की संख्या बढ़ सकती है, जो जानवरों के बीमार करने का कारक बनते है।
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