कुत्ता पालना स्वास्थ्य के लिए कितना ख़तरनाक है । Kutta Palana Swasthya Ke Liye Kitana Khatarnak Hai
कुत्ता पालना स्वास्थ्य के लिए कितना ख़तरनाक है । Kutta Palana Swasthya Ke Liye Kitana Khatarnak Hai, कुत्ते इंसान के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। वे न केवल घर की सुरक्षा करते हैं, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

घर में कुत्ता या बिल्ली पालने के स्वास्थ्य लाभ और जोखिम भी होते है इसे सही तरीके से देखभाल करने पर मानसिक और शारीरिक फायदे मिल सकते हैं, लेकिन एलर्जी, संक्रमण और चोट जैसे खतरे और बीमारियां भी हो सकती है।
हालाकि कुत्ता पालने से कुछ स्वास्थ्य जोखिम भी जुड़े होते हैं, जिनका ध्यान रखना जरुरी है। कुत्तों के साथ समय बिताने से कई बार हम खुद को बिमारियों से बचा नहीं पाते है। इसलिए कुत्ता पालने से पहले इसके स्वास्थ्य जोखिमों को समझना जरुरी है।
एलर्जी और स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं
कुत्तों के बाल, त्वचा के कण और लार में ऐसे तत्व होते हैं, जिनसे एलर्जी हो सकती है। जिन लोगों को पहले से श्वास या एलर्जी की समस्या है, उन्हें कुत्ता पालने से परेशानी हो सकती है।
कुत्ते के बाल और त्वचा के कण घर में इधर-उधर फ़ैल सकते हैं। जिससे खांसी, जुकाम, आँखों में जलन और साँस लेने में तकलीफ हो सकती है। अगर आपको एलर्जी की समस्या है तो कुत्ता पालने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
पेट और त्वचा की बीमारियां
कुत्तों के संपर्क से कुछ तरह की बीमारियां भी फ़ैल सकती है, जैसे कि पेट के कीड़े, स्किन इन्फेक्शन और फंगल इन्फेक्शन। कुत्ते कि सफाई का ध्यान बेहद जरुरी होता है।
यदि कुत्ता बाहर खेलता है और गन्दगी में जाता है तो उसकी त्वचा पर बैक्टीरिया और वायरस हो सकते हैं, जो इंसान तक पहुँच सकते है। इसलिए कुत्ते को नियमित रूप से नहलाना और उसकी सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
कुत्ते से मानसिक दबाव
कुत्ता पालना मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी प्रभावी हो सकता है लेकिन कभी-कभी यह दबाव भी बन सकता है। कुत्ते को हर समय देखभाल, खाना और खेलने कि जरुरत होती है। जिससे उनकी देखभाल करने वाले व्यक्ति पर मानसिक दबाव पड़ सकता है।
खासकर उन लोगों के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है जो कामकाजी होते हैं या जिनके पास समय कि कमी होती है। यदि यह दबाव सही तरीके से मैनेज न किया जाये तो यह तनाव का कारन बन सकता है।
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घाव और चोट का खतरा
कुत्ते का व्यवहार कभी-कभी अप्रत्याशित हो सकता है। किसी भी कुत्ते का स्वभाव अलग होता है और कुछ कुत्ते बहुत ज्यादा उत्तेजित हो सकते हैं। जिससे वे काट सकते हैं या पंजों से चोट पहुंचा सकते हैं।
खासकर जब घर में छोटे बच्चे होते हैं तो कुत्ते के साथ खेलते वक्त चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए कुत्ते को अच्छे से प्रशिक्षित करना और बच्चों को कुत्ते से सुरक्षित तरीके से इंटरएक्ट करना जरुरी है।
साफ-सफाई का ध्यान रखें
कुत्ता पालने से जुडी सबसे बड़ी जिम्मेदारी साफ-सफाई कि होती है। कुत्ते को नियमित रूप से नहलाना, उसकी ब्रशिंग करना और उसे बाहर ले जाकर टॉयलेट करना बेहद जरुरी है।
यदि साफ-सफाई का ध्यान न रखा जाये तो घर में बैक्टीरिया फ़ैल सकते हैं, जो बिमारियों का कारण बन सकते है। कुत्ते के बर्तन, कपडे, और बिस्तर को भी साफ रखना चाहिए।
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