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बकरियों को बिच्छु काटने पर घरेलु उपचार : Home Remedies Scorpion Bites in Goats

बकरियों को बिच्छु काटने पर घरेलु उपचार : Home Remedies Scorpion Bites in Goats, जब भी हमारे पशु को बिच्छु काट जाये तो हमें क्या करना चाहिए? इसका घरेलु उपचार क्या है? एक पशुपालक को पशु को बिच्छू के काटने या डंक मारने पर प्राथमिक उचार या घरेलु उपचार की जानकारी रखना बहुत जरुरी होता है. कभी-कभी पशुपालक को जानकारी के अभाव के कारण अपने पशुओं का नुकसान का सामना करना भी पड़ सकता है.

पशुओं में बिच्छु के डंक मारने का घरेलु उपचार

यदि पशु को बिच्छु काटता है या डंक मारता है तो दो स्थितियां उत्पन्न होती है. या तो पशु को बिच्छु का जहर का असर नहीं होता है या तो पशु को बिच्छु का जहर चढ़ जाता है या असर कर जाता है. अक्सर बकरियों में यह स्थिति ज्यादातर होती है.

1 . जब किसी पशु को बिच्छु काट ले और तुरंत पता चल जाये की हमारे पशु को बिच्छु काट लिया है तो सबसे हमें जहाँ पर बिच्छु ने डंक मारा या काटा है उस जगह की पहचान करके बिच्छु के डंक या कांटा को निकाल देना चाहिए.

2. फिर एक चम्मच खाने का सोडा (मीठा सोडा) को एक गिलास पानी में डालकर घोल बना लेना चाहिए.

3. घोल से बिच्छु के डंक मारने वाली जगह को अच्छी तरह से साफ़ करना चाहिए.

4. मीठा सोडा के घोल से धोने पर फैलने वाली जहर का असर कम हो जायेगा.

5. घोल से डंक वाली जगह को साफ करने से डंक की जगह स्पष्ट दिखाई देने लगता है जिससे बिच्छु के डंक या काँटा को आसानी से चिमटे की मदद से निकाल सकते है.

6. या फिर पशुचिकित्सक की मदद से डंक वाली जगह पर हल्का सा चीरा लगाकर बिच्छु के डंक को आसानी से निकाला जा सकता है.

7. डंक के निकल जाने के पश्चात 1 या 2 प्याज को छीलकर इसका पेस्ट बना लेते है.

8. प्याज का तैयार पेस्ट में चम्मच का एक चौथाई भाग सेंधा नमक लेकर पेस्ट में मिला लेते हैं.

9. उसके बाद इस पेस्ट में घर या दवाई की दुकान में उपलब्ध एविल (Avil) की एक या दो गोली का पाउडर बनाकर इसी पेस्ट में मिला देतें हैं.

10. अब तीनों चीजों के पेस्ट को मिलाकर, जहाँ पर पशु को बिच्छु ने डंक मारा है वहां पर लगा देना चाहिए.

11. इसके बावजूद आप अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय से पशुचिकित्सक की सुविधा ले सकते है और पशु चिकित्सक से दर्द निवारक इंजेक्शन और एविल का इंजेक्शन लगवाना चाहिए.

12. पशु चिकित्सक की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है तो यदि बकरी हो तो एविल की एक गोली देना चाहिए और यदि बड़ा जानवर हो तो एविल (मनुष्य) की चार गोली देनी चाहिए.

13. इस स्थिति में पशु में दर्द, सुजन, बुखार की संभावना होती है तो Melonex Plus (मेलोनेक्स प्लस) की आधी गोली बकरियों को खिलाना चाहिए और बड़े जानवर को 2 गोली तुरंत खिलाना चाहिए.

14. ऐसा करने से बिच्छु का जहर आगे तक नहीं फ़ैल पाता है. जिससे पशु में जहर, सुजन, दर्द का असर धीरे-धीरे कम होने लगता है और पशु धीरे से स्वस्थ हो जाता है.

15. इसके बावजूद भी पशु पर जहर का असर कम नहीं होता है तो शीघ्र से शीघ्र पशु चिकित्सक की मदद लेनी चाहिए.

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प्रिय किसान भाइयों पशुओं की उपर्युक्त बीमारी, बचाव एवं उपचार प्राथमिक और न्यूनतम है. संक्रामक बिमारियों के उपचार के लिये कृपया पेशेवर चिकित्सक अथवा नजदीकी पशुचिकित्सालय में जाकर, पशुचिकित्सक से सम्पर्क करें. ऐसे ही पशुपालन, पशुपोषण और प्रबन्धन की जानकारी के लिये आप अपने मोबाईल फोन पर गूगल सर्च बॉक्स में जाकर सीधे मेरे वेबसाइट एड्रेस pashudhankhabar.com का नाम टाइप करके पशुधन से जुड़ी जानकारी एकत्र कर सकते है.

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