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हिंदी में जानवरों पर प्रेरणादायी कहानियाँ : Inspirational Stories on Animals in Hindi

हिंदी में जानवरों पर प्रेरणादायी कहानियाँ : Inspirational Stories on Animals in Hindi, दोस्तों आज आपको जानवरों से जुड़ी प्रेरणादायी कहानी प्रस्तुत किया जा रहा है. आप भलीभांति जानते है कि बचपन में हमारे माता-पिता, दादा-दादी आदि के द्वारा बहुत सारे रोचक, ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायी और मनोरंजन से भरपूर जानवरों से सम्बंधित कहानियाँ सुनाया जाता था. जो हमारे जीवन सीख देने के साथ-साथ हमारी उत्साह वर्धन का काम करता था, जिससे हमारे जीवन में नई उर्जा और जोश का संचार होता था.

Inspirational Stories on Animals in Hindi
Inspirational Stories on Animals in Hindi

कहानी “हिरण की बुद्धिमानी”

Inspirational Stories on Animals in Hindi, आइये जानते हैं सुन्दरवन नाम का एक बहुत घना जंगल था. उस जंगल में एक बहुत बड़ा, खतरनाक और खूंखार हाथी रहता था. जब वह हाथी जंगल में जिस भी दिशा में जाता, उस दिशा में भगदड़ मच जाता था. क्योंकि उस खूंखार हाथी को देख जंगल के सभी जानवर इधर-उधर भागने लगते थे. भाग-दौड़ के चक्कर में बहुत से जानवर अपनी जान तक गँवा बैठते थे.

खूंखार हाथी के दहशत के चलते जंगल के जानवरों का जीवन-यापन के तरीके पर भी बहुत प्रभाव पड़ने लगा. इस कारण से सुन्दरवन जंगल के बहुत से जानवर पलायन करके दुसरे जंगल की ओर भागने लगे. धीरे-धीरे जंगल में जानवरों कि संख्या में कमी होने लगा. अब इस जंगल में अन्य जानवरों की अपेक्षा ज्यादातर छोटे हिरन रहते थे और खूंखार हाथी के डर से भाग-दौड़ के कारण सबसे ज्यादा छोटे हिरन ही हाथी के पैरों के तले कुचल दिए जाते थे. इसी वजह से हिरणों का इस जंगल में रहना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा था.

अतः जंगल में हाथी के आतंक से छुटकारा पाने के लिए हिरणों ने अपनी एक सभा बुलाई. सभी ने हाथी के आतंक से छुटकारा पाने संबंधित उपाय बताये. अंत में एक बूढ़ा और अनुभवी हिरन ने अपना सुझाव दिया और प्रण किया कि वह अपनी बुद्धि और बल से उस खूंखार और आतंकी हाथी से सबको छुटकारा दिलाएगा.

उस बूढ़े हिरन के बात को सुनकर अन्य सभी हिरन आश्चर्य हुए कि यह बूढ़ा हिरन उस खूंखार हाथी से कैसे छुटकारा दिला सकता है. अगले ही दिन वह बूढ़ा हिरण उस खूंखार हाथी के पास जा पहुंचा. और सबसे पहले वह बूढ़ा हिरन खूंखार हाथी को प्रणाम किया.

हाथी बड़े ही आश्चर्य से उस बूढ़े हिरन की ओर देखते हुए बोला! कहो तुम्हारा यहाँ आना कैसे हुआ?

तब बूढ़ा हिरन बोला! “बस मैं तो अपने राजा का दर्शन करने आया हु”

तब हाथी खुश होते हुए बोला! “तो क्या तुम मुझे अपना राजा मानते हो”

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तब बूढ़ा हिरन बोला! “हमारे राजा तो आप ही हैं”. इसमें मानने और नहीं मानने वाली बात कहाँ से आ गई राजा साहब. कल हम सब जानवरों ने मिलकर जंगल में एक सभा किया है, जिसमें सभी जानवर अपनी मर्जी से निर्णय लिए हैं, कि इस जंगल का राजा आपको ही बनाया जायेगा. आपमें वे सभी गुण हैं जो एक राजा में होना चाहिए. मैं जंगल के सभी जानवरों की ओर से प्रार्थना लेकर आया हूँ कि आप हमारे राजा बनना स्वीकार करें.

बूढ़े हिरण के बात को सुनकर हाथी बहुत ही खुश हुआ. वह मन ही मन सोच रहा था कि जंगल के सभी जानवर मुझसे डर गए हैं. इसलिए मुझे जंगल का राजा स्वीकार कर लिए हैं.

तभी बूढ़ा हिरन बोला! कृपया आप मेरे साथ चलने का कष्ट करें. जंगल के सभी जानवर आपको राजा के रूप में देखना चाहते हैं. हब सब लोगों ने सभी तैयारियां कर लिया है. बस आप मेरे साथ जल्दी से चलिए और अपना राजतिलक करा लीजिये.

हाथी मन ही मन खुश हुए बूढ़े हिरन के साथ चलने लगा. हाथी के मन में जरा सा भी यह सोच नहीं आया कि जिन जानवरों को मै मारता हूँ, कुचलता हूँ, डराता हूँ, परेशान करता हूँ वे भला मुझे राजा क्यों बनायेंगे.

जबकि बूढ़ा हिरण मन ही मन खुश था कि हाथी उसके चाल में फंस गया है.

रास्ते में चलते हुए बूढ़ा हिरण हाथी को ऐसे रास्ते पर ले गया जहाँ बहुत अधिक दलदल थी. हाथी राजा बनने की ख़ुशी में इतना मस्त था कि उसे पता ही नहीं चला वह किधर जा रहा है. और जब हाथी का पैर दलदल में पड़ा तो हाथी घबरा गया. धीरे-धीरे उसका भारी शरीर दलदल में फंसता गया. हाथी ने दलदल से निकलने का बहुत कोशिश किया, लेकिन वह दलदल से निकलने में कामयाब नहीं हुआ.

बूढ़े हिरन को मुस्कुराते हुए देख हाथी समझ गया कि यह सब उसकी चाल थी. मगर करे तो क्या करें अब बहुत देर हो चुकि थी. फिर वह खूंखार हाथी दलदल में फँसकर मर गया और जंगल के सभी जानवरों में खुशहाली का माहौल बन गया.

कहानी का सार

दोस्तों इस कहानी से हमें कई सारे बातों को सिखने कि प्रेरणा देती है जैसे …..

  • अपने से दुर्बल व्यक्ति को कभी भी परेशान नहीं करनी चाहिए. हाथी के अत्याचारों से जंगल के सभी जानवर परेशान हो गए थे, क्योंकि वे सभी हाथी से कम ताकतवर थे.
  • बुद्धि के बल पर ताकतवर से ताकतवर व्यक्ति को भी सबक सिखाया जा सकता है. जिस प्रकार बूढ़े हिरण ने अपने से कई गुना ताकतवर हाथी को अपने बुद्धि और बल के दम पर मार गिराया.
  • बड़ा ताकतवर बनने के चक्कर में हमें अपनी बुद्धि, भला और बुरा सोचने-समझने कि शक्ति को नहीं गंवाना चाहिए. हाथी ताकतवर तो था लेकिन राजा बनने कि नशा में उसने अपनी सोचने-समझने कि शक्ति को गवां बैठा था. जिसका नतीजा उसे मौत के रूप में मिला.
  • हमें हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि यदि शेर कि गुफा में खजाना छिपा होने, पर भी हमें शेर कि गुफा में सीधे नहीं घुंसना चाहिए.
  • बुद्धि के सामने ताकत हार सकती है. यह इस स्टोरी का सटीक प्रेरणा है. यदि आपमें क्रीएटीविटी है तो सफलता आपके आसपास है.

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