12 वी के बाद पशु चिकित्सक बनने का सुनहरा अवसर : Golden Opportunity to Become a Veterinarian After 12th
12 वी के बाद पशु चिकित्सक बनने का सुनहरा अवसर : Golden Opportunity to Become a Veterinarian After 12th, अगर आप पशु चिकित्सक बनना चाहते हैं और पशुओं की सेवा करना आपको अच्छा लगता है तो यह क्षेत्र आपके लिए करियर का बेहतरीन अवसर प्रदान करने वाला हो सकता है.
12 वी पास युवाओं के पास वेटरनरी साइंस और एनिमल हसबेंडरी की पढ़ाई करके पशु चिकित्सक बनने समेत कई रास्ते खुल जाते हैं. आमजन चिकित्सा की तरह पशु चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ाई और रोजगार के नजरिये से अपर संभावनाएं है. अगर आप पशु चिकित्सक बनना चाहते हैं और पशुओं की सेवा करना चाहते हैं तो यह क्षेत्र आपके लिए बहुत ही बेहतरीन है.
12 वी पास युवाओं के पास पशु चिकित्सक बनने और पशु चिकित्सा क्षेत्र में शोध करने समेत आगे की पढ़ाई करने का रास्ता खुल जाता है. इस पढाई के बाद अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल जाती है, जबकि खुद का क्लिनिक खोलने का भी मौका बन जाता है.
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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (RAJUVAS) बीकानेर ने वेटरनरी साइंस और एनिमल हसबेंडरी की पढ़ाई के इच्छुक युवाओं से आवेदन माँगा गया है. विश्वविद्यालय (RAJUVAS) के कन्वीसर प्रोफ़ेसर आरके धूरिया के अनिसार वेटरनरी साइंस और एनिमल हसबेंडरी करियर के लिहाज से बेहतरीन क्षेत्र है, ख़ासकर उन युवाओं के लिए जिन्हें पशुओं से लगाव ज्यादा है.
क्योंकि, यह कोर्स करने के बाद युवाओं को पशु चिकित्सालयों में नौकरी मिलती है. यदि उन्हें पशु से प्रेम है और लगाव होगा तो उन्हें अपने करियर में ज्यादा आनंद आएगा.
वेटनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी में एडमिशन
प्रोफ़ेसर आर के धूरिया के अनुसार विश्वविद्यालय ने बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी कोर्स की पढ़ाई की पढाई के लिए एडमिशन प्रक्रिया चाल रही है. उन्होंने कहा कि वेटरनरी ग्रेजुएशन में पाठ्यक्रम प्रवेश के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 21 अगस्त 2024 से शुरू हो चुकि है. इच्छुक युवा 30 सितम्बर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह प्रवेश प्रक्रिया स्टेट कोटा और एनआरआई सीटो के लिए चल रही है.
राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अनुसार सम्बद्ध निजी वेटरनरी कालेजों में से साढ़े पांच (5.6 वर्ष) वर्षीय बीवीएससी एंड एएच डिग्री पाठ्यक्रम सत्र 2024-25 के लिए प्रवेश दिया जा रहा है. चेयरमैन केन्द्रीय स्नातक प्रवेश मंडल प्रो. एपी सिंह ने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बाद नीट (यूजी) 2024 की मेरिट और इन प्रवेश पर लागु राज्य सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार सीटों की उपलब्धता के आधार पर सम्बद्ध वेटरनरी महाविद्यालयों में प्रवेश दिए जायेंगे.
वार्षिक शुल्क
- संस्थान – राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (RAJUVAS).
- कोर्स – ग्रेजुएट कोर्स (BVSc & AH) बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी.
- कोर्स अवधि – 5.6 वर्ष.
- फीस – स्टेट कोटा सीट के लिए पहले से तीसरे साल तक 11,000 रूपये सालाना. चौथे साल से 22,000 रूपये सालाना. रजिस्ट्रेशन समेत अन्य फीस और देनी होगी.
- एडमिशन योग्यता – 12 वी साइंस सब्जेक्ट के साथ 50 फीसदी अंक जरुरी.
- एडमिशन की तिथि – 21 अगस्त से 30 सितम्बर 2024 तक.
नोट – अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट www.rajuvas.org पर विजिट करें.
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वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी के बाद रोजगार
बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी कोर्स पूरा करने के बाद आगे की पढ़ाई करने यानी मास्टर्स (M.VSc) करके खुद का क्लिनिक खोला जा सकता है या किसी क्लिनिक का हिस्सा बना जा सकता है. इसके अलावा पशुपालन विभाग, वन्यजीव अभ्यारण्य या सरकारी पशुचिकित्सालय, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, रिसर्च संस्थान, लैब्स में पशु चिकित्सक या रिसर्चर समेत अन्य पदों पर नौकरी हासिल की जा सकती है.
इसके अलावा निजी क्षेत्र में पेटा, डेयरी कम्पनियाँ और एफएमसीजी सेक्टर समेत अन्य कम्पनियाँ में भी नौकरी की जा सकती है. बैचलर डिग्री के बाद नौकरी में शुरुवाती पैकेज 4 लाख रूपये सालाना तक होता है, जो साल दर साल बढ़ता जाता है.
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प्रिय पशुप्रेमी और पशुपालक बंधुओं पशुओं की उपर्युक्त बीमारी, बचाव एवं उपचार प्राथमिक और न्यूनतम है. संक्रामक बिमारियों के उपचार के लिये कृपया पेशेवर चिकित्सक अथवा नजदीकी पशुचिकित्सालय में जाकर, पशुचिकित्सक से सम्पर्क करें. ऐसे ही पशुपालन, पशुपोषण और प्रबन्धन की जानकारी के लिये आप अपने मोबाईल फोन पर गूगल सर्च बॉक्स में जाकर सीधे मेरे वेबसाइट एड्रेस pashudhankhabar.com का नाम टाइप करके पशुधन से जुड़ी जानकारी एकत्र कर सकते है.
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