दूध दुहते समय इन 5 साधारण बातों का रखें ध्यान : Dudh Ka Dohan Karte Samay 5 Baton Ka Dhyan Rakhe
दूध दुहते समय इन 5 साधारण बातों का रखें ध्यान : Dudh Ka Dohan Karte Samay 5 Baton Ka Dhyan Rakhe, पशुपालकों को दुधारू पशुओं से अच्छा उत्पादन लेने के लिए कुछ साधारण बातों का ध्यान रखना चाहिए. इसके लिए पशुपालकों को दूध निकालने का सही तरीका जानना बहुत जरुरी है.

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनिज कुमार अग्रवाल ने बताया कि पशुपालकों पशुओं से दूध का अच्छा उत्पादन लेने के लिए कुछ साधारण बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है. पशुओं से दूध निकालने का सही तरीका मालूम होने से दुधारू पशुओं से अधिक से अधिक उत्पादन लिया जा सकता है. इससे पशु स्वस्थ रहता है और अच्छा उत्पादन भी मिलता है.
आदर्श डेयरी फार्मिंग | पशुधन योजनायें |
पशुधन ख़बर | बकरीपालन |
1 .साफ-सफाई
मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि दुद्हरू पशुओं की देखभाल बेहतर तरीके से करनी चाहिए. ख़ासकर पशुओं से दूध निकालते समय कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए. दुधारू पशुओ से दूध निकालते समय साफ-सफाई रखना बेहद जरुरी है. दुध निकालने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए. दूध निकालने के बर्तन भी साफ और उबाले हुए होने चाहिए. जिस जगह दूध निकाला जाता है, वहां साफ सफाई पर पूरा ध्यान रखें.
2. पशुओं का ध्यान और देखभाल
दुधारू पशुओं की देखभाल को लेकर पशुपालको को विशेष ध्यान रखने की जरुरत है. दूध निकालने से पहले पशु को शांत रखें. पशु के थनों को गर्म पानी से धोकर साफ करें. दूध निकालते समय पशु को किसी भी प्रकार से दर्द न पहुचायें.
3. दूध निकालने की विधि
डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि दूध निकालते समय पशु के थन को खींचे नहीं. अंगूठे को बाहर करके मुट्ठी बना लें. धीरे-धीरे और लगातार दूध निकालें. दूध की पहली कुछ बूंदों को फेंक देवें. दूध निकालते समय बातें न करें और धूल मिट्टी से बचें.
मत्स्य (मछली) पालन | पालतू डॉग की देखभाल |
पशुओं का टीकाकरण | जानवरों से जुड़ी रोचक तथ्य |
4. दूध का संग्रहण
डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि दूध को का संग्रहण बेहतर तरीके से होनी चाहिए. निकाले हुए दूध को तुरंत ढककर ठंडी जगह पर रखें. दूध को धूप या गर्मी से दूर रखें. दूध को धातु के बर्तन में न रखें, अन्यथा दूध ख़राब हो सकता है.
5. मक्खियों का प्रबंधन
डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि पशुपालक ध्यान रखें कि बीमार पशु का दूध न निकालें. दूध निकालते समय मक्खियों और अन्य कीड़ों से बचाव का प्रबंधन करें. दूध निअक्लने के बाद थनों को साफ पानी से धो लें.
इन्हें भी पढ़ें : किलनी, जूं और चिचड़ीयों को मारने की घरेलु दवाई
इन्हें भी पढ़ें : पशुओं के लिए आयुर्वेदिक औषधियाँ
इन्हें भी पढ़ें : गाय भैंस में दूध बढ़ाने के घरेलु तरीके
इन्हें भी पढ़ें : ठंड के दिनों में पशुओं को खुरहा रोग से कैसे बचायें
प्रिय पशुप्रेमी और पशुपालक बंधुओं पशुओं की उपर्युक्त बीमारी, बचाव एवं उपचार प्राथमिक और न्यूनतम है. संक्रामक बिमारियों के उपचार के लिये कृपया पेशेवर चिकित्सक अथवा नजदीकी पशुचिकित्सालय में जाकर, पशुचिकित्सक से सम्पर्क करें. ऐसे ही पशुपालन, पशुपोषण और प्रबन्धन की जानकारी के लिये आप अपने मोबाईल फोन पर गूगल सर्च बॉक्स में जाकर सीधे मेरे वेबसाइट एड्रेस pashudhankhabar.com का नाम टाइप करके पशुधन से जुड़ी जानकारी एकत्र कर सकते है.
Most Used Key :- पशुओं की सामान्य बीमारियाँ और घरेलु उपचार
किसी भी प्रकार की त्रुटि होने पर कृपया स्वयं सुधार लेंवें अथवा मुझे निचे दिए गये मेरे फेसबुक, टेलीग्राम अथवा व्हाट्स अप ग्रुप के लिंक के माध्यम से मुझे कमेन्ट सेक्शन मे जाकर कमेन्ट कर सकते है. ऐसे ही पशुधन, कृषि और अन्य खबरों की जानकारी के लिये आप मेरे वेबसाइट pashudhankhabar.com पर विजिट करते रहें. ताकि मै आप सब को पशुधन से जूडी बेहतर जानकारी देता रहूँ.