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गधी का दूध गाय भैंस के दूध से महंगा क्यों है : Gadhi Ka Dudh Gaay Bhains Se Mahanga Kyon Hai

गधी का दूध गाय भैंस के दूध से महंगा क्यों है : Gadhi Ka Dudh Gaay Bhains Se Mahanga Kyon Hai, अब पशुपालन के जरिये गाय, भैंस नहीं बल्कि गधी के दूध से बनेंगे अमीर। गधी के 1 लीटर दूध की कीमत सुनकर पैरों तले जमीन खिसक जायेगी। जाने गधी के दूध बेचकर कितनी होगी कमाई।

Gadhi Ka Dudh Gaay Bhains Se Mahanga Kyon Hai
Gadhi Ka Dudh Gaay Bhains Se Mahanga Kyon Hai

मुख्य बिंदु

  • गाय भैंस नहीं गधी का दूध है सबसे महंगा
  • गधी के दूध की डिमांड
  • गधी के दूध की कीमत

गाय भैंस नहीं गधी का दूध है सबसे महंगा

पशुपालन कमाई का एक बढ़िया विकल्प है, जिसमें ज्यादातर लोग गाय, भैंस, बकरी आदि का पालन करते हैं। लेकिन हम आज गधी के पालन की बात कर रहे हैं। आपको बता दें कि गधी के दूध का बहुत ही महंगा बिकता है। क्योंकि उसके दूध के फ़ायदे ही इतना ज्यादा है कि लोग गधी के दूध की तगड़ी कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं।

तो चलिए इस लेख की माध्यम से पहले हम जानते हैं कि गधी के दूध का इस्तेमाल क्या है ? उसके बाद इसकी कीमत और अपने देश के किन राज्यों में इसके कारोबार हो रहे है, यह जानना बहुत ही आवश्यक है।

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गधी के दूध की डिमांड

गधी के दूध की भारी डिमांड है। इसके दूध से कई तरह के प्रोडक्ट बनाये जाते हैं, जो कि महंगे दामों पर बिकते हैं। आपको बता दें कि गधी के दूध में एंटीओक्सीडेंट, एंटी एजिंग जैसे तत्व पाये जाते हैं। गधी के दूध से कई प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट बनाये जाते हैं। क्योंकि इसमें पोषक तत्व भर-भर के होते हैं।

कई ऐसी कास्मेटिक बनाने वाली कम्पनियाँ हैं जो कि ऊँचे दामों में गधी का दूध खरीद रही हैं और उनसे अपना प्रोडक्ट बनाकर बेच रही हैं। गधी के दूध में ब्लड शुगर, ब्लड सर्कुलेशन जैसी समस्याओं को दूर करने का ईलाज पाया जाता है। जिससे यह सेहत के लिए फायदेमंद हो जाता है तो चलिए अब इसकी कीमत जानते हैं।

गधी के दूध की कीमत

गधी के दुध की कीमत जानने के लिए सभी लोग बहुत ही उत्सुक होंगे तो आपको बता दें कि इसके एक लीटर दूध की कीमत लगभग 5000 रूपये से लेकर 7000 रूपये तक रहती है। कहीं-कहीं तो गधी का दूध 12 हजार रूपये तक भी बिकता है। तभी तो द्नाकी फार्म से लोग ताफादी कमाई कर रहे हैं।

अपने देश में गुजरात, राजस्थान में गधी के दूध का कारोबार चलता है। यहन पर गधी के दूध का भारी डिमांड है। गधे की कुछ खास नस्ल भ है जो कि गुजरात में ज्यादा मशहूर भी हैं तो अगर आप किसी ऐसे पशु का पालन करना चाहते हैं जिससे ज्यादा मुनाफा हो तो गधी भी एक अच्छा विकल्प है।

Gadhi Ka Dudh Aur Upayog
Gadhi Ka Dudh Aur Upayog

गधी के दूध का उपयोग

गधे के दूध का उल्लेख प्राचीन काल से ही स्वास्थ्य पूरक और सौंदर्य उत्पाद के रूप में किया जाता रहा है। क्लियोपेट्रा के बारे में प्रसिद्ध अफवाह है कि वह त्वचा की देखभाल के लिए गधे के दूध से नहाती थी।

आजकल गधे का दूध कुछ दही या पनीर में एक ट्रेंडी घटक है। त्वचा की देखभाल करने वाले उत्पादों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह त्वचा को नमी प्रदान करने के लिए जाना जाता है। गधे के दूध के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बहुत चर्चा होती है, और इसका एक अच्छा कारण भी है। हाल ही में किए गए शोध से पता चलता है कि गधे के दूध के वास्तव में स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

गधे के दूध को “फार्मा फ़ूड” माना जाता है क्योंकि इसके स्वास्थ्य पर उल्लेखनीय प्रभाव होते हैं। शोध से पता चला है कि यह प्रतिरक्षा कार्य को बढ़ावा दे सकता है, रक्त संचार में सुधार कर सकता है और प्रयोगशाला अध्ययनों में सूजन को कम कर सकता है। यह टाइप II मधुमेह के लक्षणों को भी कम कर सकता है।

गधी के दूध का स्वास्थ्य लाभ

गधे के दूध में ऐसे गुण होते हैं जो इसे स्वस्थ आहार में उच्च गुणवत्ता वाला पूरक बनाते हैं। यह बहुत पौष्टिक होता है और जो लोग गाय का दूध बर्दाश्त नहीं कर सकते वे अक्सर इसे पी सकते हैं। यह निर्धारित दवाओं की जगह नहीं ले सकता है लेकिन यह सूजन या अनियंत्रित रक्त शर्करा के कुछ लक्षणों को कम कर सकता है।

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गधे के दूध के कुछ स्वास्थ्य लाभ इस प्रकार हैं ।

एलर्जी का जोखिम कम – गधे के दूध का एक लाभ यह है कि यह मानव दूध के समान है। यह गाय के दूध की तुलना में मानव दूध का बेहतर विकल्प है। इसका उपयोग सदियों से शिशुओं को खिलाने के लिए किया जाता रहा है। 

गधी का दूध गाय के दूध से कम एलर्जिक होता है। जो लोग एलर्जी या लैक्टोज असहिष्णुता के कारण गाय का दूध बर्दास्त नहीं कर पाते वे अक्सर गधी का दूध बिना किसी परेशानी के पीते है।

रोगाणुरोधी – गधी के दूध में आमतौर पर खाद्य जनित रोगाणु नहीं होते हैं जो आपको अन्य प्रकार के दूध में मिल सकते हैं। इसका मतलब है कि खराब होने से पहले यह लंबे समय तक सुरक्षित रहता है। 

वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि गधे के दूध में मौजूद प्रोटीन की मात्रा इसे रोगाणुरोधी प्रभाव देती है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि यह वायरस और बैक्टीरिया दोनों के कारण होने वाली पेट की बीमारियों को कम करने में मदद कर सकता है।

गधे का दूध आपके पेट के लिए अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है। कुछ देशों में इसका इस्तेमाल काली खांसी जैसे वायरस के लिए लोक औषधि के रूप में किया जाता है। लेकिन इसे साबित करने के लिए अभी तक कोई वैज्ञानिक शोध नहीं हुआ है।

प्रतिरक्षा प्रणाली को लाभ – गधे के दूध में ऐसे प्रोटीन होते हैं जो आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। प्रयोगशाला में, यह मैक्रोफेज, प्राकृतिक हत्यारा कोशिकाओं और साइटोटॉक्सिक टी कोशिकाओं नामक शक्तिशाली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया कोशिकाओं की रिहाई को उत्तेजित कर सकता है। ये कोशिकाएँ आपके शरीर की भड़काऊ कोशिकाओं को कम कर सकती हैं। 

गधी का दूध नाइट्रिक ऑक्साइड स्राव को भी बढ़ावा दे सकता है। यह रसायन आपके रक्त वाहिकाओं को खोलकर परिसंचरण में सुधार कर सकता है और आपकी धमनियों में प्लाक के निर्माण को रोक सकता है। शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि गधे का दूध वृद्ध वयस्कों में समग्र प्रतिरक्षा कार्य में सुधार कर सकता है।

मधुमेह विरोधी – कुछ शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि गधे का दूध मधुमेह के ईलाज में मदद कर सकता है। गधे के दूध में मट्ठा प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। इसलिए यह ग्लूकोज चयापचय और इन्सुलिन प्रतिरोध में सुधार कर सकता है

इसे साबित करने के लिए अभी तक कोई चिकित्सा अनुसंधान नहीं हुआ है। वैज्ञानिकों को गधे के दूध के सभी स्वास्थ्य लाभों की स्पष्ट पहचान करने से पहले और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।

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