पशुओ में बाईपास प्रोटीन क्या है : What is Bypass Protein in Animals
पशुओ में बाईपास प्रोटीन क्या है : What is Bypass Protein in Animals, पशुओ में शारीरिक विकास, दूध उत्पादन, विकास और संप्रेरक निर्माण का महत्वपूर्ण कार्य प्रोटीन द्वारा होता है. रुमेन में उपस्थित जीवाणु द्वारा होने वाली जैविक प्रक्रिया से प्रोटीन को पुर्णतः घटाया या बढाया भी जाता है. लगभग सभी प्रकार के चारे में प्रोटीन की मात्रा 8-45 प्रतिशत तक शुष्क पदार्थ के आधार पर उपस्थित होता है. जुगाली करने वाले पशुओं को दिए जाने वाले आहार में से प्रोटीन पोषक तत्व की पूर्ति उसके पाचन, शोषण, अवशोषण होने या नहीं होने पर निर्भर करता है.

पशुओं में प्रोटीन का पाचन
जुगाली करने वाले जानवरों में प्रोटीन का पाचन, शोषण, अवशोषण दो प्रकार के प्रोटीन के माध्यम से होता है –
1 . जैविक प्रोटीन – जैविक प्रोटीन जो रुमेन में उपस्थित जीवाणु द्वारा जैविक प्रक्रिया से होकर निर्माण होता है. यह काफी आवश्यक सहायक प्रक्रिया रुमेन में होती होती है जिसके कारणवश जीवाणु की संख्या में वृद्धि होती है एवं साथ में प्रोटीन पाचन प्रक्रिया पुर्ण होती है और खाद्य के पाचन प्रक्रिया को बढ़ाता है.
2. बाईपास प्रोटीन – वह प्रोटीन जो पशुओ के खाए हुए खाद्य का हिस्सा होता है जिसका पाचन, छोटे-छोटे टुकड़ों में कराना तथा शोषण-अवशोषण रुमेन में बिल्कुल नहीं होता है. यह भी रुमेन की जैविक प्रक्रिया से छुटकर सीधे छोटी आंत में पहुंचता है जहाँ इसका पाचन, शोषण-अवशोषण होता है. तथा साथ में अवशोषित प्रोटीन को शरीर के विभिन्न अंगों के उपयोग के लिये भेजा जाता है. इसी प्रोटीन को ही बाईपास प्रोटीन कहते है.
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बाईपास प्रोटीन प्राप्ति के साधन
1 . मुक्त श्रोत
1 . मक्का ग्लूटिन चूर्ण.
2. बिनौला के बीज की खली.
3. मछली का चूर्ण.
4. नारियल की खली.
5. खड़े मक्के के दाने.
2. मध्यम प्राप्ति के श्रोत
1 . तेल रहित चांवल का चूर्ण.
2. सोयाबिन का चूर्ण.
3. लीनसीड की खली.
4. सुबाबुल के पत्तियों का चूर्ण.
बायपास प्रोटीन के फायदे
1 . शारीरिक वृद्धि करने वाले बछड़ों को बाईपास प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ खिलाने से वृद्धि दर बढ़ता है.
2. बाईपास प्रोटीन से खाद्य पाचन करने की क्षमता बढ़ती है.
3. पशुओं या बछड़ों की पालन पोषण के खर्च में कमी आती है एवं समय के अन्दर या समय से पहले ही युवा स्थिति को प्राप्त कर लेते हैं.
4. दुधारू पशुओं के आहार में बाईपास प्रोटीन खिलाने से 10-15 प्रतिशत तक दूध उत्पादन में वृद्धि होती है.
5. पशुओं के प्रजनन के और क्रियाओं की क्षमता बढ़ाने में काफी सहायक होते हैं.
6. सांडों की प्रजनन क्षमता में वृद्दि होती है.
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