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एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम और फ़ायदे : Ek Mukhi Rudraksha Dharan Karne Ke Niyam

एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम और फ़ायदे : Ek Mukhi Rudraksha Dharan Karne Ke Niyam, भगवान शिव का स्वरुप कहलाता है एक मुखी रुद्राक्ष, इसे धारण करने मात्र से होते हैं कई चमत्कार. इसी तरह भगवान भोलेनाथ के की भक्ति के कई माध्यम है और उससे संबंधित चीजें भी खास मानी गई है.

Ek Mukhi Rudraksha Dharan Karne Ke Niyam
Ek Mukhi Rudraksha Dharan Karne Ke Niyam

आपको बता दे कि एक मुखी रुद्राक्ष भगवान भोलेनाथ पहनते थे. इसके धारण मात्र से कई चमत्कारिक जीवन में परिवर्तन आता है. जिसे पहनने के तरीके क्या है? यह जानना भी बहुत ही आवश्यक होता है. एक मुखी रुद्राक्ष जो भगवान भोले का स्वरुप कहलाता है, जिसे धारण करने से कई सारे लाभ मिलते हैं.

  • एक मुखी रुद्राक्ष को डॉक्टरों, वकीलों और प्रोफ़ेसरों को पहनना काफ़ी शुभ माना जाता है.
  • इसे धारण करने के लिए लाल धागे के साथ पेंडेंट के रूप में पहनना चाहिए.
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Ek Mukhi Rudraksha Dharan Karne Ke Niyam

एक मुखी रुद्राक्ष पहनने के 5 फ़ायदे

देवों के देव महादेव की भक्ति कई तरह से की जाती है. भक्त उनके लिए व्रत रखते हैं, शिवालयों में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. वही प्राचीन काल से अध्यात्मिक साधकों और विश्वासियों ने शिव भक्ति के लिए एक मुखी रुद्राक्ष की पूजा की है. इसे भगवान शिव का स्वरुप माना जाता है और ऐसा कहा जाता है कि, जो भी व्यक्ति एक मुखी रुद्राक्ष धारण करता है उस पर भगवान शिव का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है.

इसका क्या महत्व है और इसको धारण करने के क्या नियम है? आइये जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे से.

एक मुखी रुद्राक्ष का महत्व

भगवान शिव के स्वरुप माने जाने वाले एक मुखी रुद्राक्ष का पौराणिक इतिहास काफी लंबा है. ऐसी मान्यता है कि जो भी इसकी पूजा करता है उसके घर और परिवार में सुख और शांति आती है. इसके अलावा मृत्यु का भय भी दूर हो जाता है.

किसे धारण करना चाहिए और क्या है इसके नियम

एक मुखी रुद्राक्ष को डॉक्टरों, वकीलों और प्रोफेसरों को पहनना काफी शुभ माना जाता है. इसे धारण करने के लिए लाल धागे के साथ पेंडेंट के रूप में पहनना चाहिए. कभी भी इसे काले रंग के धागे में नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि इससे आपके जीवन पर अशुभ प्रभाव पड़ता है.

इसे धारण करने से पहले रुद्राक्ष मंत्र और रुद्राक्ष मूल मंत्र का 9 बार जाप करना चाहिए. इससे पहनने के बाद तामसिक भोजन न करें. अगर रुद्राक्ष का धागा गंदा या ख़राब हो जाये तो इसे बदल देना चाहिए. इसे पहनकर अशुद्ध स्थान पर जाने से बचना चाहिए.

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एक मुखी रुद्राक्ष पहनने के फ़ायदे

  • एक मुखी रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति के मृत्यु पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है.
  • एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आपके जीवन में सभी बाधाएं दूर हो सकती है.
  • यह ध्यान और योग के दौरान ध्यान केन्द्रित करने में मदद करता है.
  • एक मुखी रुद्राक्ष पहनने से आपका तनाव कम होता है.
  • यह ह्रदय, रक्तचाप और आँखों की रोशनी के लिए भी अच्छा माना जाता है.

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