शुगर मरीजों के लिए रामबाण क्यों है ये मुर्गा : Shugar Marijon Ke Liye Rambaan Hai Ye Murga
शुगर मरीजों के लिए रामबाण क्यों है ये मुर्गा : Shugar Marijon Ke Liye Rambaan Kyon Hai Ye Murga, सर्दी का मौसम शुरू होते ही देश भर में इस नस्ल के मुर्गे की डिमांड बढ़ जाती है। यह कुक्कुट की अन्य प्रजातियों से ज्यादा स्वादिष्ट, पौष्टिक, सेहतमंद और औषधीय गुणों से भरपूर होता है।
हम बात कर रहे है कड़कनाथ मुर्गे की जो कि बहुत ही स्वादिष्ट और सेहत से भरपूर होता है। इस नस्ल के मुर्गे का रंग कला होता है तथा शरीर का लगभग हर भाग कला होता है। यह नस्ल का मुर्गा दवाइयों का बाप होता ह। इस नस्ल का मुर्गा शुगर-ह्रदय मरीजों के लिए रामबाण औषधि और ब्रायलर मुर्गों से ५ गुना ज्यादा कीमत का होता है।
इसकी सबसे खास बात यह है कि इस मुर्गे में २५ प्रतिशत प्रोटीन तथा सिर्फ 1.3 प्रतिशत फाइट पाया जाता है। बेहद काम कोलेस्ट्रॉल तथा उच्च एमिनो एसिड होने कि वजह से मधुमेह तथा ह्रदय रोगियों के लिए भी इसका सेवन बेहद फायदेमंद बताया जाता है।
जानकारों कि माने तो, पौष्टिक होने के साथ-साथ ही कड़कनाथ मुर्गे का मांस बेहद गर्म होता है। सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए इसका सेवन खूब किया जाता है। चूँकि इसमें फाइट कि मात्रा 0.73 से 1.03 प्रतिशत तक होती है, इसलिए इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या का खतरा भी नहीं रहता है।
इसमें प्रोटीन सहित अन्य पोषक तत्वों कि अधिकता कि वजह से चिकित्सकों द्वारा इसके सेवन कि सलाह दी जाती है। सर्दियों में इसका सेवन आपके शरीर में गर्मी को मेंटेन रखता है। जिसकी वजह से खांसी जुकाम जैसी समस्याएं दूर रहती है।
कड़कनाथ के कालेपन का सबसे बड़ा कारण मेलानिन है। इस नस्ल के कुक्कुटों में मेलानिन भरपूर पाया जाता है। जिसकी वजह से इसके मांस से लेकर खून, हड्डियां, त्वचा, पैर, जीभ तथा चोंच तक काले होते हैं। \
दुनिया भर में इनके तीन प्रजाति पाए जाते हैं, जिनमें इंडोनेशियन, चाइनीज तथा भारतीय मूल के कड़कनाथ शामिल हैं। काले रंग की वजह से आदिवासी समुदाय के लोग इन्हें कालीमासी के नाम से भी बुलाते हैं।
गर्म तासीर तथा पोषक तत्वों की अधिकता की वजह से इनकी कीमत ब्रायलर मुर्गे से पांच गुना तक अधिक होती है। अन्य कुक्कुटों की तुलना में कड़कनाथ का फार्म शुरू करना किसानों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। यही कारण है की बड़ी संख्या में अब किसान इसके व्यवसाय को अपना रहे हैं। बिहार के पश्चिम चम्पारण में भी कड़कनाथ का पोल्ट्री फार्म शुरू किया जा रहा है।
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कड़कनाथ मुर्गे की नस्ल के फायदे
कड़कनाथ मुर्गे की नस्ल के फायदे निम्नलिखित हैं…
यदि उचित विपणन चैनल स्थापित किए जाएं तो व्यावसायिक कड़कनाथ मुर्गी पालन से उच्च लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
- कड़कनाथ मुर्गे का मांस काला होता है और इसका अंडा भूरे रंग का होता है।
- इस काले मांस में अद्वितीय औषधीय गुण होते हैं।
- कड़कनाथ मुर्गे की नस्ल हर तरह की मौसम की स्थिति के अनुकूल होने में सक्षम है।
- कड़कनाथ मुर्गे का मांस और उनके अंडे आम तौर पर बाजार में ऊंचे दामों पर बिकते हैं।
- मुर्गे में कई तरह के अमीनो एसिड और विटामिन होते हैं। यह मानव शरीर में रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
- कड़कनाथ मुर्गे को फेफड़ों की समस्याओं को ठीक करने में सहायक माना जाता है।
- मुर्गी के अंडे का उपयोग सिरदर्द, प्रसवोत्तर समस्याओं, अस्थमा और नेफ्रैटिस को ठीक करने के लिए किया जाता है।
- इसे महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
- मुर्गी के अंडे में अच्छे पोषण मूल्य होते हैं और यह बुजुर्गों के लिए अच्छे होते हैं। मांस में विटामिन बी1, बी2, बी6, बी12, सी, ई आदि होते हैं।
- यह नस्ल रोगों के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधी है।
- ब्रॉयलर मुर्गियों के विपरीत, यह मुर्गी रसोई का कचरा खाकर भी जीवित रह सकती है।
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