ब्लू इयर्ड किंगफिशर का टाइगर रिज़र्व में दुर्लभ दर्शन : Rare Sighting of Blue Eared Kingfisher in Tiger Reserve
ब्लू इयर्ड किंगफिशर का टाइगर रिज़र्व में दुर्लभ दर्शन : Rare Sighting of Blue Eared Kingfisher in Tiger Reserve, म्यामांर से वेस्टर्न घाट तक पाया जाने वाला दुर्लभ ब्लू इयर्ड किंगफिशर बस्तर के इन्द्रावती टाइगर रिज़र्व में देखा गया है. यह इलाका इस पक्षी का अस्थायी ठिकाना होता है.
इन्द्रावती राष्ट्रीय उद्यान
इन्द्रावती नेशनल पार्क छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है. इसका यह नाम इसके निकटतम इन्द्रावती नदी के कारण पड़ा है. यह उद्यान दुर्लभ जंगली भैंस की आखरी आबादी में से एक है. इन्द्रावती उद्यान छत्तीसगढ़ के बेहतरीन और सबसे प्रसिद्द वन्यजीव उद्यान है. यह छत्तीसगढ़ में उदंती-सीतानदी अभ्यारण्य के साथ दो परियोजना बाघ स्थलों में से एक है.
इन्द्रावती राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्थित है. यह पार्क इन्द्रावती नदी से अपना नाम प्राप्त करता करता है जो पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और भारतीय राज्य महाराष्ट्र के साथ आरक्षित की उत्तरी सीमा बनाता है. यह लगभग 2799.08 किमी. 2 के कुल क्षेत्र के साथ स्थित है. 1981 में इन्द्रावती राष्ट्रीय उद्यान की स्थिति और 1983 में बहरत के प्रसिद्द प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघ रिज़र्व को भारत के सबसे प्रसिद्द बाघ भंडार में से एक बनने के लिए प्राप्त किया.
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बर्ड एक्सपर्ट सूरज नायर ने इस अनोखे पक्षी को कैमरे में कैद किया है, जो राज्य में पहली बार ऐसा हुआ है. सूरज नायर ने बताया कि 2018 में पहली बार इन्द्रावती टाइगर रिज़र्व में देखा गया था, लेकिन तब इसे कैमरे में कैद नहीं किया जा सका था. इस वर्ष 2024 में इस पक्षी का फिर से आगमन हुआ और इसे कैमरे में सफलता पूर्वक कैद कर लिया गया है. इस उपलब्धि के लिए बर्ड एक्सपर्ट सूरज नायर को कड़ी मेहनत करनी पड़ी.
ब्लू इयर्ड किंगफिशर की विशेषताएं
यह छोटा, गहरे नीले रंग का किंगफिशर पक्षी अपनी विशेषताओं के कारण पहचाना जाता है. इसके कान के पास रूफ़स नहीं होता है, आँख के सामने नारंगी धब्बा होता है और गर्दन के किनारों पर सफ़ेद कान के गुच्छे होते हैं. इसके सिर और गर्दन पर गहरे नीले रंग की पट्टियाँ होती है, जो इसे पपड़ीदार रूप देता है. इसके उपरी हिस्से में चमकदार गहरा नीला रंग होता है और पीछे की तरफ हल्के नीले रंग का केन्द्रीय बैंड होता है. इअसके निचले हिस्से का रंग गहरा नारंगी होता है. नर की चोंच भूरे-लाल आधार के साथ काली होती है, जबकि मादा की चोंच लगभग पूरी तरह लाल होती है.
पक्षी का स्थान
ब्लू इयर्ड किंगफिशर को इन्द्रावती टाइगर रिज़र्व में मद्देड़ बफर के मिन्नूर गाँव में 18.771, 80.477 जीपीएस लोकेटर पर देखा गया है. यह प्रजाति आमतौर पर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय नम तराई के जंगलों, मैग्रोव जंगलों, आर्द्र भूमियों, नदियों, नालों और खाड़ियों में पाई जाती है. ये पक्षी 0 से 1000 मीटर की ऊंचाई पर पाए जाते हैं.
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यह पक्षी भारत, चीन, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, कम्बोडिया, वियतनाम, मलेशिया, सिंगापुर, ब्रूनेई, इंडोनेशिया और फिलीपिंस में विचरण करती है.
इन्द्रावती टाइगर रिज़र्व बीजापुर के उप निदेशक संदीप बलगा ने बताया कि म्यांमार का ब्लु इयर्ड किंगफिशर पक्षी रिज़र्व में कैसे आया, इसका पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने पक्षी विशेषग्य को निर्देश दिया है कि इस पक्षी की उत्पत्ति और गंतव्य के बारे में जानकारी प्राप्त करें.
इस दुर्लभ पक्षी के दर्शन और उसके कैमरे में कैद होने से वन्यजीव प्रेमियों और वैज्ञानिकों में उत्साह है. यह घटना इस बात का प्रमाण है कि इन्द्रावती टाइगर रिज़र्व में जैव विविधता को संजोने की क्षमता है और इसे संरक्षित करने के लिए और भी प्रयास किये जाने चाहिए.
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