घाव में कीड़े लगने पर पशुओं का घरेलू उपचार : Pashuon Ke Ghaav Me Infection Ka Gharelu Upchar
घाव में कीड़े लगने पर पशुओं का घरेलू उपचार : Pashuon Ke Ghaav Me Infection Ka Gharelu Upchar, कभी-कभी पशुपालक पशुओं को साधारण चोट या घाव लगने पर नजरअंदाज कर देते है. पशुओं के चोट की ओर ध्यान आकर्षित नहीं करने पर साधारण सा दिखने वाला चोट या घाव में कीड़ा लग जाता है. जो कि पशुपालक के लिए चैलेन्ज बन जाता है जिससे पशुपालक को घाव ठीक करने में अधिक समय लग जाता है और अधिक आर्थिक क्षति भी होती है.

कई बार हम देखते है की पशुओं को किसी चोट की वजह से घाव लग जाता हैं. पशुओं में किसी चोट की वजह से घाव होना एक सामान्य बात हैं. लेकिन कई बार घाव में कीड़े पड़ जाते हैं. इस वजह से पशुओं के ऐसे घाव ठीक होने में काफी लंबा समय लगता हैं. और ऐसे कीड़े वाले घाव की वजह से पशुओं को असहनीय दर्द का भी सामना करना पड़ता हैं. अगर पशुओं में कीड़े पड़ने पर जल्दी इलाज करवाया न जाए. तो यह घाव अधिक गहरे और दर्दनाक बन जाते हैं.
पशुओं में घाव होने के कारण
पशुओं में घाव होने के काफी सारे कारण हो सकते हैं. जिसमे से कुछ मुख्य कारण के बारे में हमने नीचे जानकारी दी गई है.
- पशुओं का आपस में झगड़ना.
- काटेदार तार और औजार से चोट लगना.
- आवारा कुत्तो का पशुओं को काटना.
- कई बार दुधारी पशुओं का दूध निकालते समय थन में चोंट लगना.
- पशुओ का सींग मारना.
पशुओं के घाव का उपचार
अगर पशुओं को घाव हो जाता हैं. तो प्राथमिक चिकत्सा में कुछ इलाज कर सकते हैं. जिसके बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
- अगर पशुओं को घाव या चोट लगता हैं तो सबसे पहले घाव के आसपास के बाल काट दीजिये. इससे घाव में इन्फेक्शन होने से बचा जा सकता हैं.
- कई बार घाव किसी नुकीली वस्तु से पड़ जाता हैं तो ऐसे में घाव के आसपास के बाल काटकर देखना चाहिए की कोई नुकीली वस्तु फंसी हुई तो नहीं हैं. अगर घाव में कोई नुकीली वस्तु फंसी हुई हैं. तो ऐसे में आपको नुकीली वस्तु निकाल देनी चाहिए.
- घाव लगने के बाद घाव में इन्फेक्शन ना लगे. इसलिए घाव को जीवाणु रोधक दवाई जैसे की पोटेशियम आदि से अच्छे धो लेना चाहिए.
- अगर घाव गहरा है या फिर घाव से खून बह रहा है. तो ऐसी स्थिति में आपको घाव पर पट्टी बाँध देनी चाहिए. इससे खून बहने से रुक जाता हैं.
- यदि घाव में कीड़े पड़ गए हैं तो आपको जीवाणु रोधक क्रीम या तारपीन का तेल लगाकर घाव को ठीक करना चाहिए.
- अगर में घाव में मवाद बन रही हैं. तो मवाद को अच्छे से साफ़ कर ले. इससे घाव जल्दी भरने में मदद मिलती हैं.
घाव में कीड़े लगने के कारण
अक्सर पशुओं के चोट या घाव में कीड़े लगने का कारण एक प्रकार की हरी मक्खी होती है. यह मक्खी चोट या घाव वाली जगह पर बैठती और घाव पर अपना सफ़ेद मल छोड़ देती है. वही सफ़ेद मल दिन भर में कीड़े के रूप में बदल जाती है. एक और विशेष प्रकार की मक्खी होती है जो लगभग आधा इंच लम्बी होती है और वह मल के रूप में कीड़े ही छोड़ती है.
पशुओं के घाव में कीड़े पड़ने पर क्या करे
पशुओ के घाव में कीड़े पड़ने पर कुछ निम्न बातो का ध्यान रखे. जैसे कि
- घाव वाली जगह पर मक्खियाँ ना बैठे इसका ध्यान रखे.
- अगर घाव में कीड़े पड़ गए हैं. तो फिनाइल का उपयोग करके कीड़ो का निकाल दें.
- फिनाइल डालने से घाव में मौजूद कीड़े बाहर आ जाते हैं.
- घाव अधिक गहरा हैं. तो पट्टी चिपकाकर घाव को सही करे.
- अगर घाव लगने के बाद आप इन सभी बातो का ध्यान रखते हैं. तो घाव जल्दी सुखकर तैयार हो जाता हैं.
घाव के कीड़े मारने की घरेलु दवाई
1 . नमक – चोट या घाव वाली जगह पर बारीक़ पीसा हुआ नमक भरकर पट्टी बांधने पर घाव पक जाता है और कीड़ा भी मर जाता है. घाव के पकने के बाद उस पर कीड़ा भी नहीं लगता है.
2. हल्दी – हल्दी पशुओं के घाव के कीड़े खत्म करने में मदद कर सकता हैं. इसलिए हल्दी और पानी से लेप बनाकर पशुओं के घाव पर लगाने से पशुओं के घाव के कीड़े खत्म हो जाते हैं और घाव भी जल्दी सूखता है.
3. गुड और तारपीन तेल – पशुओं के घाव पर गुड और तारपीन तेल को रुई में लपेटकर लगाने से पशुओं के घाव के कीड़े खत्म हो जाते हैं.
4. सीताफल के बीज और पत्ता – पशुओं के घाव में लगे कीड़े को खत्म करने के लिए सीताफल के बीज और पत्ता काफी फायदेमंद माना जाता हैं. सीताफल के बीज या पत्ते को अच्छे से पीसकर उसका लेप बनाकर घाव वाली जगह पर लगाने से पशुओं के घाव के कीड़े तुरंत ही समाप्त हो जाते हैं.
5. बरगद की छाल पशुओं के घाव के कीड़े खत्म करने के लिए बरगद की छाल काफी लाभदायी मानी जाती हैं. इसके लिए आपको बरगद की छाल का काढ़ा बनाकर पशुओं के घाव पर लगाना चाहिए. इससे घाव से आने वाली बदबू और घाव के कीड़े खत्म हो जाते हैं.
6. हिंग और नीम – पशुओं के घाव के कीड़े खत्म करने के लिए हिंग और नीम का लेप भी काफी फायदेमंद माना जाता हैं. इसके लिए आपको 50 ग्राम जैसी हिंग लेकर उसमें नीम के पत्ते पीस लेने हैं. अब इस लेप को पशुओं के घाव वाली जगह पर लगाने से तुरंत ही घाव में पड़े कीड़े खत्म हो जाते हैं. इससे घाव से आने वाली बदबू के साथ पशुओं को होने वाला दर्द भी कम होता हैं.
7. अजवाइन का तेल – अजवाइन के तेल को रुई में डालकर घाव में बांध देने से कीड़े बहु जल्दी मर जाते है. अजवाइन के तेल यदि चमड़ी में कहीं पर लग जाता है तो वहां पर तुरंत नारियल का तेल लगा देना चाहिए अन्यथा उस जगह की चमड़ी निकलने का भय रहता है.
8. सरसों का तेल – अगर आप पशुओं के घाव के कीड़े आसान तरीके से मारना चाहते हैं. तो आप सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए आपको थोडा सा सरसों का तेल लेकर घाव वाली जगह पर लगाना हैं. इससे पशुओं के घाव के कीड़े जल्दी खत्म हो जाते हैं.
9. पुदीना के पत्ते – पशुओं के घाव के कीड़े मारने के लिए पुदीना के पत्ते काफी फायदेमंद होते हैं. इसके लिए आपको पुदीना के पत्ते लेकर अच्छे से पीस लेने हैं. अब इसका लेप बनाकर पशुओं के घाव पर लगाना हैं. इससे पशुओं के घाव के कीड़े जल्दी ही खत्म हो जाते हैं.
10. करौंदे की जड़ – करौंदे की जड़ में घाव के कीड़े मारने वाले पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसलिए करौंदे की जड़ पशुओं के घाव के कीड़े मारने में काफी फायदेमंद होता हैं. आपको करौंदे की जड़ को अच्छे से पीसकर और उसमें नारियल का तेल मिलाकर पतला लेप बनाकर पशुओं के घाव वाली जगह पर लगाना हैं. इससे घाव से आने वाली बदबू दूर होती हैं. और घाव में पड़े कीड़े तुरंत ही बाहर निकल जाते हैं.
11. लाजवंती का पौधा – बड़ी लाजवंती के पौधा के पत्तों को 36 ग्राम लेकर रोगी पशु को रोटी के साथ दिन में 2 बार खिला देने से कीड़े मर जाते हैं. यदि हो सके तो पत्ते की गोली/बीटी बनाकर काले धागे में बांधकर पशु के गले में बांधने से भी पशु के घाव के कीड़े मर जाते है.
12. नीलकंठ पक्षी का पंख – पशुओं के शरीर में कहीं पर भी घाव में कीड़े पड़ जाने पर नीलकंठ पक्षी के पंख को बारीक़ काटकर रोटी में लपेटकर रोगी पशु को खिलाने से पशु के घाव के सभी कीड़े मर जाते हैं. दवा के खाते ही कीड़े मरकर बाहर आ जाते है और घाव 6-7 दिन में भर जाता है. यदि घाव के कीड़े नहीं मरे तो 3-4 दिन के बाद एक खुराक और दे देना चाहिए.
13. मोर पक्षी का पंख – मोर के पंख को जलाकर छान लेना चाहिए उसके बाद उसे नारियल तेल में मिलाकर घाव में लगाना चाहिए. यदि संभव है तो इसे रुई में भिगोकर घाव में बांध देने भी अधिक लाभ होता है.
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