नंद बाबा दुग्ध मिशन विकास योजना क्या है : Nand Baba Dugdh Mission Vikas Yojana Kya Hai
नंद बाबा दुग्ध मिशन विकास योजना क्या है : Nand Baba Dugdh Mission Vikas Yojana Kya Hai, पशुपालकों को नंद बाबा दुग्ध मिशन विकास योजना के 3 योजनाओं के तहत मिलेगा लाखों का अनुदान। पशुपालकों को चारा काटने की मशीन से लेकर अन्य सुविधाएँ मुहैया करायी जायेंगी।
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के पशुपालक अब नंद बाबा दुग्ध मिशन विकास योजना से समृद्ध होंगे। साथ वह अब आर्थिक रूप से खुशहाल होंगे। इस योजना के तहत पशुपालन, चारा काटने की मशीन से लेकर अन्य सुविधाएँ भी मुहैया कराई जायेंगी। इसके लिए पशुपालकों को आर्थिक अनुदान भी दिया जायेगा।
योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालकों को 30 नवम्बर 2024 तक आवेदन करना होगा। जिला स्तरीय समिति लाभार्थियों का चयन करेगी।
मुख्य बिंदु
- नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत शुरू की गई तीन योजनायें।
- इन योजनाओं से समृद्ध होंगे पशुपालक।
- चारा काटने की मशीन से लेकर अन्य सुविधाएँ कराई जायेंगी मुहैया।
- पशुपालकों को मिलेगा इसके लिए आर्थिक अनुदान।
आपको बता दें कि गोवंश संरक्षण व संवर्धन के साथ ही गोपालकों को मदद मुहैया कराने के उद्देश्य से नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत तीन विकास योजनायें शुरू की गई है। इसमें गोपालन को प्रोत्साहन के साथ पशुपालकों का आर्थिक विकास होगा।
प्रथम – गौ संवर्धन योजना
इस योजना के तहत गौ संवर्धन योजना में उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले को 24 इकाई स्थापित करने का लक्ष्य शासन की ओर से दिया गया है। इसमें 50 प्रतिशत अर्थात 12 इकाई का लक्ष्य महिलाओं को पूर्ण करना है। इस योजना की कुल अनुमानित लागत 2 लाख रूपये है।
इसमें योजना के तहत साहीवाल, हरियाणा, थारपारकर अथवा गिर नस्ल की 2 गायों का क्रय, ट्रांजिट बीमा, तीन वर्षों का पशु बीमा, चारा काटने की मशीन आदि के व्यय के रूप में 40 प्रतिशत अर्थात 80 हजार रूपये का अनुदान दिया जायेगा।
इस योजना के तहत गायों को प्रदेश के बाहर से क्रय करना होगा और निर्धारित नस्ल और मानक के अनुसार दूध उत्पादन का होना अनिवार्य है। कराय किये गए पशुओं को तीन वर्ष तक पालन करने का सपथ पत्र भी देना होगा।
दूसरा – नंदनी कृषक समृद्धि मिनी योजना
दूसरा कृषक समृद्धि मिनी योजना के तहत 10 स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों का क्रय प्रदेश के बाहर किया जायेगा। इस योजना में चंदौली जिले को 4 इकाई स्थापित करने का लक्ष्य है। इसमें योजना की अनुमानित लागत करीब 23 लाख रूपये है। योजना में पशुबाड़ा निर्माण के लिए 0.2 एकड़ एवं चारा उत्पादन के लिए 0.8 एकड़ भूमि का होना अनिवार्य है
वही इस योजना के तहत 3 वर्षों के लिए पशु बीमा कराना जरुरी है। योजना का 15 प्रतिशत यानी 3.54 लाख रूपये लाभार्थी की ओर से 35 प्रतिशत अर्थात 8.26 लाख रूपये बैंक ऋण के रूप में एवं 50 प्रतिशत यानी 11 लाख 80 हजार रूपये अनुदान से प्राप्त होगा। गायों की नस्ल साहिवाल, गिर व थारपारकर एवं उन नस्लों के मानक अनुरूप दुग्ध उत्पादन होना चाहिए।
तीसरा – मुख्यमंत्री पशुपालक प्रोत्साहन योजना
तीसरा मुख्यमंत्री पशुपालक प्रोत्साहन योजना के तहत हरियाणा, थारपारकर, साहीवाल, गिर एवं गंगातीरी नस्लों की उच्च उत्पादक गायों को 10 हजार एवं 15 हजार रूपये की प्रोत्साहन धनराशि डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए 30 नवम्बर 2024 तक आवेदन करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
आवेदन पत्र किसी भी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, पशुचिकित्सा अधिकारी के यहाँ जमा किया जा सकता है। प्राप्त आवेदनों का जिला स्तरीय समिति चयन करेगी। इसके बाद लाभार्थी को सूचित कर लाभ दिया जायेगा।
इस योजना के समबन्ध में मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी ने बताया कि नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत तीन विकास योजनायें शुरू की गयी है। इसमें स्वदेशी गौ संवर्धन योजना, नंदनी कृषक समृद्धि मिनी योजना और मुख्यमंत्री पशुपालक प्रोत्साहन योजना शामिल है।
इस योजना में इकाई स्थापित करते हुए गोपालन कर पशुपालकर आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। इस योजन की अधिक जानकारी के लिए नोडल अधिकारी एवं उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है।
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