कड़कनाथ मुर्गी पालन और फायदे : Kadaknath Poultry Farming and Benefits
कड़कनाथ मुर्गी पालन और फायदे : Kadaknath Poultry Farming and Benefits, आज हम आपको मुर्गीपालन व्यवसाय के अंतर्गत कड़कनाथ मुर्गी पालन के बारे में बताएँगे. कड़कनाथ मुर्गे का बाजार में बहुत मांग और कीमत भी अधिक होती है. क्योंकि कड़कनाथ नस्ल के मुर्गी के अंडा और मांस अन्य सभी मुर्गियों से काफी बेहतर, स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है. ऐसे में कड़कनाथ मुर्गी का व्यवसाय करके अच्छा खासा पैसा कमा सकते है. यदि आप मुर्गी पालन व्यवसाय करने का सोंच रहें हैं, तो ये आपके लिये कड़कनाथ मुर्गी पालन व्यवसाय से जुड़ने का बेहतर और सुनहरा बिजनेस आइडिया होगा.
सर्दी के समय में कड़कनाथ मुर्गे का मार्केट में बहुत मांग रहता है. ह्रदय रोग और डायबिटीज से पीड़ित लोंगो के लिये कड़कनाथ मुर्गे का अंडे और मांस में वसा की मात्रा कम होने पर बहुत ही फायदेमंद होता है. क्योकि इनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है. इनके अंडे में कोलेस्ट्राल का स्तर भी काफी कम होता है. ऐसे में कड़कनाथ मुर्गे की बाजार में मांग को देखते हुए इसका पालन और व्यवसाय करना बहुत ही लाभप्रद होगा. तो आइये कड़कनाथ मुर्गीपालन पालन व्यवसाय से जुडी कुछ सवालों का जवाब इस pashudhankhabar.com वेबसाइट के माध्यम से ढूढते है.
कड़कनाथ मुर्गे की उत्पत्ति
कड़कनाथ मुर्गे की एक नस्ल का नाम है. यह दिखने में काला रंग का होता है तथा इसके मांस और खून भी लाल रंग का होता है. इसलिए कड़कनाथ मुर्गे को काला मांसी भी कहा जाता है. इसके अंडे का रंग सुनहरे रंग की होती है. इसकी उत्पत्ति मध्यप्रदेश के धार और झाबुआ जिले के कट्ठीवाडा और अलीराजपुर के जंगलों में हुई है. यही कारण है की मध्यप्रदेश में कडकनाथ नस्ल के मुर्गे की जीआई टैग मिला हुआ है. आपको बता दें जीआई टैग एक तरह की विशेष नस्ल की पहचान होती है. इसका निर्धारण भौगोलिक उत्पत्ति और विशेष गुणों के आधार पर किया जाता है. अर्थात यह टैग दर्शाता है की इसके जैसा कोई भी नहीं है. प्रारंभ में इस मुर्गे का पालन गाँव के गरीब ग्रामीण, आदिवासी और जंगलों में रहने वाले लोगों द्वारा पालन किया जाता था. वर्तमान मे इसके स्वास्थ्य से जुड़े गुणों या फायदे को देखते हुए दिनों दिन इसका बाजार/मार्केट में मांग बढ़ते ही जा रहा है. कड़कनाथ मुर्गा का मूल्य अन्य मुर्गों के तुलना में काफी महंगा होता है. इसलिए कड़कनाथ मुर्गे का पालन एक बहुत ही बड़ा व्यवसाय के रूप में उभर रहा है. हमारे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान श्री महेंद्र सिह धोनी भी वर्तमान में कड़कनाथ मुर्गीपालन पालन व्यवसाय कर रहें है और कड़कनाथ मुर्गी पालन से काफी कड़क कमाई कर रहे है.
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कड़कनाथ मुर्गीपालन पालन की शुरुवात कैसे करें?
कड़कनाथ मुर्गी पालन का व्यवसाय भी आप देशी मुर्गीपालन व्यवसाय की तरह ही शुरू कर सकते हैं. इनके खान-पान में कोई ज्यादा अतिरिक्त खर्च नहीं होता है. इन्हें भी देशी मुर्गी की तरह हरे चारे, अनाज का चोकर, बरसीम, बाजरा आदि को खिलाकर भी कड़कनाथ के चूजों या मुर्गी में एक अच्छा ग्रोथ हासिल करके, अच्छा मुनाफा कमा सकते है. उअदी आप कड़कनाथ मुर्गीपालन पालन की शुरुवात कम चूजों के साथ करना चाहते है तो आप कम से कम 30 चूजों का पालन अवश्य करें. धीरे – धीरे आपके पास बजट/रूपये हो जाने के बाद चूजों की संख्या में वृद्धि कर सकते है. आप कड़कनाथ के चूजों की खरीदी के लिये अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क कर सकते हैं. अथवा किसी कड़कनाथ व्यवसायी से बात करके उनसे भी कड़कनाथ के चूजे ले सकते हैं.
कड़कनाथ मुर्गी पालन से संबंधित निम्न तरीकों के अनुसार आप अपना व्यवसाय शुरू कर सकते है. कड़कनाथ मुर्गी फार्म खोलने का तरीका जानें. कुछ चरणों को पूर्ण करके आप एक अच्छा कड़कनाथ मुर्गी पालन/Kadaknath Poultry Farming का व्यवसाय कर सकते हैं. और अच्छी सफलता भी हासिल कर सकते हैं
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कड़कनाथ मुर्गीपालन का व्यवसाय की शुरुवात आप दो तरीकों से कर सकते है.
1 . खुले पोल्ट्री फार्म बनाकर,
2 . बंद पोल्ट्री फार्म बनाकर
1 . सर्वप्रथम आप कृषि विज्ञान केंद्र या किसी कड़कनाथ मुर्गे पालन के व्यवसायी से सम्पर्क करें – कृषि विज्ञान केंद्र या कड़कनाथ व्यवसायी मिलकर आप थोड़ी जानकारी हासिल करें और खर्चे का अनुमानित आकलन करें. जिससे आपको बजट तय करने में आसानी होगी. अब आप आसानी से तय कर सकते हैं कि मुझे कितनी मुर्गी का फार्म तैयार करना है या कड़कनाथ मुर्गी का बिजनेस करना है.
2. मुर्गी फार्म के लिए स्थान का चयन करें – कड़कनाथ मुर्गीपालन की जानकारी एकत्र करने के बाद आपका अगला स्टेप है, की आपको कड़कनाथ मुर्गी फार्म के लिये स्तःन का चयन करना हैं और उसके लिए कितने क्षेत्र की आवश्यकता होगी. आपको कितने क्षेत्र की आवश्यकता है, ये पता चलने के बाद आप उसी अनुसार और मार्केट को देखते हुए स्थान का चुनाव करें. अगर कम खर्चे के साथ जाना चाहते हैं तो घर से शुरुआत करें. एक मुर्गी को कितना स्थान चाहिए और चूजों के लिए कितना स्थान चाहिए, इन सबका आकलन करके एक स्थान का चुनाव करें.
3. चयनित स्थान पर शेड या पोल्ट्री फार्म सेटअप तैयार करवाए – चुने गये स्थान पर आप एक कड़कनाथ मुर्गी फार्म का शेड बनायें. इसके आकार का ज्ञान आप किसी नजदीकी मुर्गी फार्म में जाकर ले सकते हैं.
4. चूजो के लिए अच्छे कुक्कट पालन केंद्र से सम्पर्क करें – कड़कनाथ मुर्गी के चूजे कहां मिलेंगे? अब शेड तैयार होने के बाद आपको अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से सम्पर्क कर चूजों की व्यवस्था करनी है, या किसी कड़कनाथ मुर्गी पालन केंद्र से भी बात कर सकते हैं.
5. मुर्गी दाने या भोजन की व्यवस्था करें – अब चूजे आ गये हैं तो उनके खाने के लिए दाना पानी की भी व्यवस्था करनी होगी. इसके लिए भी आप चूजे देने वाले से ही जान लें की, चूजों और मुर्गी बनने पर क्या खिलाना है और उसकी व्यवस्था करें. चूजों को पानी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, खनिज सामग्री आदि आहार में दिए जाते हैं, जैसे : मकई, चावल ,चोकर, चिनियाबादाम की खली, मछली का चूरा, चूने का पत्थर, हड्डी का चूर्ण, नमक, सरसों की खली आदि.
6. मुर्गियों के पालन में रखी जाने वाली सावधानियाँ को जानें – अब कड़कनाथ मुर्गी पालन शुरू हो गया है तो इनके पालन से संबंधित सावधानियाँ भी जाननी चाहिए जिससे इन्हें कोई बीमारी ना आए और इनका अच्छा संवर्धन हो. इन्हें कब टीके लगते हैं और कैसे कोई समस्या होने पर कैसे लक्षण दिखाई देते हैं आदि की जानकारी रखें और सावधानी बरते.
7. आवश्यकता होने पर प्रशिक्षण प्राप्त करें – ये स्टेप शुरू में ही कर लेनी चाहिए, अगर आप सामान्य जानकारी रखते हैं तो आप कड़कनाथ मुर्गी का पालन आसानी से कर सकते हैं. इसके लिए आप सरकार द्वारा चलायी जा रही ट्रेनिंग का हिस्सा बन सकते हैं या नजदीकी कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म में कुछ दिन जाकर भी सिख सकते हैं.
8. कड़कनाथ मुर्गियों को बेचने के लिए बाजार तय करके रखें और पहले सम्पर्क भी करें – अब सब काम हो गया है तो बात आएगी की इन्हें बेचें कहां और कैसे अच्छा मुनाफा मिलेगा. इसके लिए आप किसी कंपनी से भी बात कर सकते हैं. या अपने नजदीकी मार्केट में जाकर बात कर सकते हैं. आपको सरकार भी मार्केट उपलब्ध करवाती है अगर आप उनके द्वारा मुर्गी पालन करते हो. या आप किसी कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट करके फार्मिंग करते हो तो फिर मार्केट की आपको कोई चिंता ही नहीं.
महेंद्र सिंह धोनी भी करते हैं कड़कनाथ मुर्गी पालन
हमारे सबके पसंदीदा क्रिकेट खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी भी फार्मिंग में काफी रूचि रखते हैं. वे क्रिकेट में तो किंग हैं ही, साथ ही खेती किसानी में भी बेहतरीन कार्य कर रहें हैं. पिछले साल नवम्बर में धोनी ने 2000 चूजों मध्यप्रदेश के झाबुआ के प्रसिद्ध कड़कनाथ नस्ल के चूजे मंगाए और उन्हें पालना शुरू कर दिया. अब रांची के बाजार ,में धोनी के फार्म से कड़कनाथ मुर्गे और इनके अंडे बिक्री के लिए उपलब्ध रहते हैं.
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कड़कनाथ मुर्गे और अंडे कितने रुपये में बिकते हैं (कड़कनाथ मुर्गा Price)
कड़कनाथ मुर्गी का रेट – कड़कनाथ मुर्गे में फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी कम होती है, और प्रोटीन की मात्रा भरपूर पायी जाती है. स्वास्थ्य से जुड़े बेनेफिट्स की वजह से ही ये बाजार में 800 रूपये से 1200 रुपये प्रति किलो तक बिकता है. ब्रायलर मुर्गा लगभग 2 माह में तैयार हो जाते हैं, जबकि इनका एक से 1.5 किलो वजन होने में लगभग 8 महीने तक लग जाते हैं. इसी वजह से ये काफी महंगे होते हैं. एक कड़कनाथ मुर्गे के तैयार होने में 300 से 500 रूपये तक हो जाते हैं.
कड़कनाथ मुर्गी के अंडे भी अन्य अंडो की बजाय महंगे बिकते हैं. अलग-अलग बाजार के अनुसार ये कड़कनाथ मुर्गी के अंडे 30 से 60 रूपये तक बिकते हैं. और कड़कनाथ मुर्गी 3 से 4 हजार की कीमत में बिकती है. उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, यूपी, बिहार, और राजस्थान आदि राज्यों में कड़कनाथ की फार्मिंग वर्तमान में तेजी से हो रही है.
कड़कनाथ मुर्गीपालन के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स (Some important tips for Kadaknath poultry farming)
आपको यहाँ कुछ कड़कनाथ मुर्गी पालन व्यवसाय टिप्स बताए गये हैं जिन्हें अवश्य ध्यान में रखें.
1 . कड़कनाथ मुर्गी पालन (kadaknath murgi palan) के लिए पोल्ट्री फार्म गांव या शहर से थोड़ी दूर बनाए, जिससे किसी को परेशानी ना हो.
2. कड़कनाथ पोल्ट्री फार्मिंग के लिए आप नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या किसी अन्य कड़कनाथ मुर्गी पालन केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं अगर आप इसके बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं रखते हैं.
3. स्वस्थ चूजों को ही मुर्गी फार्म शेड में रखें, किसी बीमारी ग्रस्त चूजो और मुर्गियों को अलग रखें.
4. कड़कनाथ मुर्गी फार्म शेड को ऊंचाई पर बनाए, ताकि बारिश या अन्य कारण से पानी के जमाव की समस्या ना आए.
5. (kadaknath Murgi Farm) में प्रकाश और पानी की उचित व्यवस्था रखें.
6. समय समय पर कड़कनाथ मुर्गी की वैक्सीनेशन करवानी होगी, इसके लिए आप किसी अच्छे डॉक्टर या कृषि विज्ञान केंद्र से जानकारी लें, कि कब और कितने समय बाद वैक्सीन लगायी जाति हैं.
7. आपका फार्म बड़ा है तो आप आवश्यकतानुसार कर्मचारी भी रख सकते हैं.
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कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग के फायदे (कड़कनाथ मुर्गा के फायदे)
आपने ऊपर बहुत सी बाते जानी जिनमें कुछ फायदे भी आपके सामने आए. यहाँ हम सभी कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म के फायदों की चर्चा करते हैं
1 . कड़कनाथ नस्ल के मुर्गे की मार्केट में अधिक डिमांड है इसलिए बेचने में कठिनाई नहीं.
2. बिमारियों का प्रकोप कड़कनाथ नस्ल में कम है क्योंकि इनकी इम्युनिटी काफी अच्छी होती है.
3. इनमें अन्य मुर्गियों के मुकाबले औषधीय गुण अधिक होते हैं.
4. कड़कनाथ मुर्गी का पालन कठिन नहीं है, दाना-पानी भी सीमित लगता है.
5. कड़कनाथ मुर्गे का मांस कैंसर, ह्रदय रोग और डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए बहुत गुणकारी है.
6. कड़कनाथ मुर्गी पालन में मुनाफा अधिक है, क्योंकि इसके अंडे और मांस मार्केट में अच्छी कीमत पर बिकते हैं.
7. वर्तमान समय तक देश में कड़कनाथ मुर्गी के फार्म काफी कम हैं, इसलिए कम्पटीशन कम रहता है.
कड़कनाथ मुर्गे की विशेषताएं (Features of Kadaknath Chicken)
1 . कड़कनाथ मुर्गे का रंग कला होता है, इसका मांस और खून भी कला होता है.
2. अंडे इसके सुनहरे रंग के होते हैं.
3. अन्य अंडो की बजाय इसके अंडो में प्रोटीन की मात्रा अधिक पाई जाती है.
4. इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी कम होती है.
5. कड़कनाथ मुर्गे में वसा भी कम होती है.
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कड़कनाथ मुर्गी पालन में लागत और कमाई
कड़कनाथ मुर्गी का पालन अन्य मुर्गियों के मुकाबले आसान होता है. इस मुर्गी के दाना-पानी पर अधिक व्यय नहीं होता है. अगर किसी उद्यान में शेड बनाकर पालें तो नाममात्र खर्च में इनका पालन किया जा सकता है. आप मुर्गी फार्म के लागत को अच्छे से समझे और इसके लिए आप हमारा ये लेख कड़कनाथ मुर्गी पालन और फायदे पढ़ें.
इस मुर्गी से मुनाफे की बात करें तो सामान्य मुर्गी से कई गुना अधिक फायदा होता है. मार्केट में कड़कनाथ मुर्गी के चूजे की कीमत 70 से 100 रूपये तक है और इसके अंडे की कीमत 30 से 60 रूपये तक रहती है. इसके मांस की बात करे तो वह बाजार में 600 से लेकर 1000 रूपये प्रति किलो तक बिकता है जो आपके मार्केट पर निर्भर है. सभी मार्केट के कीमत अलग होते हैं.
सरकार द्वारा संचालित योजनाएं
कड़कनाथ मुर्गी पालन को हमारी सरकार भी बढ़ावा दे रही है. कड़कनाथ मुर्गो के चूजे आपको अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र में सम्पर्क करना है, वहाँ से आप चूजे ले सकते हैं. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य की सरकारे कड़कनाथ मुर्गे की फार्मिंग को विभिन्न स्कीम के द्वारा बढ़ावा दे रही है. छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मात्र 50 से 55 हजार में आपको 1000 चूजे, शेड और 6 माह का खाना भी देती है, जो 3 किस्तों में आप तक पहुँचता है. साथ ही मुर्गियों के टीकाकरण को सरकार ही देखती है. मुर्गो के बड़े होने पर आपको मार्केट भी सरकार ही देती है.
कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना के द्वारा आप सरकारी मदद भी ले सकते हैं. मध्यप्रदेश में अंडे सेने वाली मशीन हैचर सरकार द्वारा मुफ्त दी जाती है, साथ ही अनुदान भी देती है. कड़कनाथ मुर्गी का जीआई टैग मध्यप्रदेश को मिला है. जिसमें छत्तीसगढ़ भी प्रतिस्पर्धा में था. अपने क्षेत्र में योजनओं का लाभ उठाने के लिए नजदीकी कृषि केंद्र जाएँ और पूछताछ करें.
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पोल्ट्री फार्मिंग के लिए लोन और सब्सिडी
देश के सभी राज्यों में राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission) और नाबार्ड के पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड (Poultry Venture Capital Fund Scheme-PVCF) के तहत आप लोन और सब्सिडी से जुड़े लाभ ले सकते हैं. इसमें सामान्य श्रेणी को 25% तथा बीपीएल और अनुसचित जाति/जनजाति और उत्तर-पूर्वी राज्यों के नागरिकों के लिए तक़रीबन 33% तक की सब्सिडी का प्रावधान है.
कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म की मार्केटिंग
अगर आप इस बिजनेस से अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो इसकी मार्केटिंग करें. अपने फॉर्म को एक यूनिक नाम दे और एक अच्छे लोगो के साथ प्रचार करें. इससे आपके फॉर्म की वैल्यू बढ़ेगी और अगर आप अच्छा चिकन और अंडे उपलब्ध करवाते हैं तो आप जल्दी ही मशहूर हो जाओगे. आप Instagram और Facebook पर भी पेज बनाकर मार्केटिंग कर सकते हैं. वर्तमान में Instagram काफी पॉपुलर प्लेटफार्म हैं.
आपके कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म की सभी जानकारी हो इसके लिए आप लोकल न्यूज़ का हिस्सा बने और उनसे अपनी story पब्लिश करवाएं. पोस्टर और पम्प्लेट भी चिपकाएँ. आसपास के क्षेत्र में अपने पोल्ट्री फार्म के संकेत लगवाएं. जिससे आपके फॉर्म तक पहुंचने में किसी को कोई परेशानी नहीं हो.
आप अपना बिजनेस गूगल माय बिजनेस पर ऐड करें, ताकि गूगल सर्च में आपके एरिया के लोगों को आपका बिजनेस दिखे. और साथ ही सटीक लोकेशन भी डालें, जिससे लोग गूगल मैप्स से आप तक पहुँच सके.
कड़कनाथ फार्मिंग व्यवसाय का पंजीकरण (Registration Process for Kadaknath Poultry Farming Business)
कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म व्यवसाय में आप अपने फार्म का मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज के द्वारा पंजीकरण करवा सकते हैं. इससे आपको सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद मिलेगी. अपने कड़कनाथ मुर्गी फार्म का पंजीकरण कर आप एक उद्योग आधार कार्ड प्राप्त कर पाएंगे.
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कड़कनाथ नस्ल की मुर्गियां हमारे देश में बहुत कम संख्या में है, इसलिए कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म बिजनेस स्टार्ट करना एक बेहतर बिजनेस विकल्प साबित हो सकता है. अगर आप इस लेख में बताए गये अनुसार और खुदके द्वारा जुटाई गई बेहतरीन जानकारियों द्वारा कड़कनाथ मुर्गी का बिजनेस करते हो, तो आप बहुत कम समय में अपने कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म को बहुत अच्छे स्तर तक ले जा सकते हो और पर्याप्त मुनाफा कमा सकते हो. आप लेख में यहाँ तक बने रहे इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद!
प्रिय किसान भाइयों पशुओं की उपर्युक्त बीमारी, बचाव एवं उपचार प्राथमिक और न्यूनतम है. संक्रामक बिमारियों के उपचार के लिये कृपया पेशेवर चिकित्सक अथवा नजदीकी पशुचिकित्सालय में जाकर, पशुचिकित्सक से सम्पर्क करें. ऐसे ही पशुपालन, पशुपोषण और प्रबन्धन की जानकारी के लिये आप मेरे वेबसाइट pashudhankhabar.com पर हमेशा विजिट करते रहें.
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