दूध जैसी सफ़ेद है ये काली भैंस का बच्चा : Dudh Jaisi Safed Hai Bhains Ka Ye Bachcha
दूध जैसी सफ़ेद है ये काली भैंस का बच्चा : Dudh Jaisi Safed Hai Bhains Ka Ye Bachcha, मामला राजस्थान के करौली गाँव में एक भैंस ने एक अनोखे बच्चे को जन्म दिया है. इस बच्चे को देख पशु मालिक सहित प्रत्येक व्यक्ति हैरान है. इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई है. इस अजीबोगरीब मामले को देख लोग आठवां अजूबा भी बता रहे हैं.

क्या आपने दूध देने वाली काली भैंस का, दूध की तरह सफेद चमकने वाला गोरा बच्चा देखा है. शायद इससे पहले ना आपने देखा होगा और ना ही सुना होगा. लेकिन आपको बता दें राजस्थान के करौली गाँव में हकीकत में एक भैंस ने ऐसे ही बच्चे को जन्म दिया है, जो दूध से भी ज्यादा गोरा और सफ़ेद है. भैंस का यह अनोखा बच्चा इतना गोरा है कि दिन तो छोड़ो यह रात के अँधेरे में भी बिल्कुल सफ़ेद होने के कारण चमक रहा है. इसके खूबसुरत शरीर पर एक भी निसान या तिल जैसा कुछ भी नहीं है, जो इस बछड़े के गोरे बदन की चमक को कम करे.
भैंस के इस अनोखे बच्चे को देखकर, भैंस के मालिक का भी सिर चकरा गया है. गोरे रंग के कारण यह बच्चा दुनिया में आते ही चर्चा का विषय बन गया है. जिस दिन से यह बच्चा जन्मा है, उस दिन से ही इसे देखने वालों की भीड़ करौली के पास स्थित मचानी गाँव में लग गई है. भैंस के इस बच्चे के गोरे रंग और खूबसूरती को देखकर हर कोई हैरान है. कोई इसे खुदरत का करिश्मा कह रहा है, to कोई इसे दुनियां का 8 वा अजूबा बता रहा है. इतना ही नहीं, भैंस के इस अनोखे बच्चे के दुनिया में आते ही भैंस मालिक की तो बल्ले-बल्ले हो गई है.
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17 जुलाई को भैंस ने दी इस बच्चे को जन्म
भैंस का यह अनोखा बच्चा 17 जुलाई को सुबह के 4 बजे इस दुनिया में आया था. भैंस के मालिक नीरज राजपूत का कहना है कि 17 जुलाई के दिन, सुबह के 4 बजे भैंस की डिलीवरी हुई थी. जो कि भैंस ने एकदम प्योर सफ़ेद बच्चा को जन्म दी. जन्म के बाद से ही यह अनोखा बच्चा स्वस्थ है और रंग रूप में भी अच्छा है. भैंस के मालिक का खुद कहाँ हैं कि यह बिल्कुल अजीब मामला है. क्योंकि यह बच्चा काली भैंस का बच्चा होते हुए भी, दूध की तरह बिल्कुल सफ़ेद है. जब से यह बच्चा जन्मा है, इसकी आसपास के लोंगों को पता चलते ही, इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई है. भैस के मालिक के मुताबिक, दुसरे गाँव के लोग भी इस बच्चे को देखने के लिए रोजाना बड़ी संख्या में पहुँच रहे हैं. सभी लोग इस बच्चे को देखने के बाद इसकी जानकारी ले रहे हैं.
यह बच्चा भैंस की पहली डिलीवरी है
भैंस के मालिक नीरज सिंह राजपूत का कहना है की यह देशी नस्ल की भैंस है. इसकी डिलीवरी भी पहली बार है और इसका क्रास भी देशी भैंस के पड़वा (सांड) से हुआ था. लेकिन वाइट कलर की मादा मादा बच्चा का जन्म लेना, ऐसा मामला पहली बार देखा गया है. वही पशुचिकित्सक डॉ. ब्रम्ह प्रकाश पांडे के अनुसार, रंग हीनता या एल्बिनिज्म भैंस वंशीय पशुओं में एक आनुवंशिकीय विकृति है, जिससे शरीर के रंग निर्धारित करने वाले रंजकों का आंशिक या पूर्ण रूप से अभाव हो जाता है, जो प्रायः आँख, बाल और त्वचा में परिलक्षित होती है और कई बार सम्पूर्ण शरीर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है.
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यह एक ऑटोसोमल आनुवंशिकीय बिंरी है, जिनमें माता-पिता दोनों से सम्बंधित बीमारी के जींस होने पर बछड़े में रंगहीनता अर्थात एल्बेनिज्म के लक्षण आ जाते हैं. ऐसे बछड़े सामान्य होते हैं, किन्तु पूर्ण रूप से रंगहीन होना एक विरल घटना होती है. ऐसे मामले हजारों में एक पाए जाते हैं.
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