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छत्तीसगढ़ में खुलेगी सफ़ेद सोने की पहली खदान : Bharat Me Safed Sone Ki Hogi Pahali Baar Khudai

छत्तीसगढ़ में खुलेगी सफ़ेद सोने की पहली खदान : Bharat Me Safed Sone Ki Hogi Pahali Baar Khudai, दुनिया की 30 दुर्लभ धातु में शामिल ‘लिथियम’ के कुछ राज्यों में बड़े भंडार मिले हैं. इस मेटल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा रिचार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है इसलिए इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है.

Bharat Me Safed Sone Ki Hogi Pahali Baar Khudai
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मिली जानकारी के अनुसार भारत में पहली बार होगी सफ़ेद सोने की खुदाई. इसके लिए 3500 किलोमीटर तक जमीन के अन्दर में दबी ये दुर्लभ धातु लिथियम (सफ़ेद सोना) की खुदाई की जाएगी. भारत कुछ राज्यों में क्रिटिकल मिनरल ‘लिथियम’ के भंडार मिले है.

  • छत्तीसगढ़ में भारत की सबसे पहली लिथियम खदान को खोलने की तैयारी है.
  • लिथियम बहुत ही बेशकीमती एक क्रिटिकल मिनरल है.
  • छत्तीसगढ़ के अलावा कश्मीर समेत अन्य राज्यों में भी लिथियम के भंडार हैं.
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दुनिया भर में क्रिटिकल मिनरल की बहुत मांग है. ऐसी धातुएं जिनकी उपलब्धता बहुत सिमित लेकिन डिमांड ज्यादा होती है, इन्हें क्रिटिकल मिनरल कहा जाता है. एंटीमनी, बेरिलियम, बिस्मथ, कोबाल्ट, कॉपर, गैलियम समेत 30 ऐसी धातुएं हैं जिन्हें क्रिटिकल मिनरल की कैटेगरी में रखा गया है.

‘लिथियम’ भी एक ऐसी धातु है, जिसे ‘सफ़ेद सोना’ कहा जाता है. लिथियम के भंडार किसी भी देश को मालामाल के सकते हैं क्योंकि इस मेटल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा रिचार्जेबल बैटरी को बनाने में किया जाता है. दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहन और रिचार्जेबल इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट की मांग जिस तरह बढ़ रही है उससे लिथियम के महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है.

भारत के कुछ राज्यों में लिथियम के बड़े भंडार मिले हैं. जियोलाजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया ने जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इसके भंडार खोजे हैं, साथ ही बिहार, आँध्रप्रदेश, ओड़िसा और गुजरात में भी लिथियम के भंडार होने की सम्भावना है. छत्तीसगढ़ में भारत की सबसे पहली लिथियम खदान से इस दुर्लभ धातु को निकालने की तैयारी शुरू हो गई है.

छत्तीसगढ़ में कहाँ है लिथियम का भंडार

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित कठघोरा इलाके में भारत की पहली लिथियम खदान से उत्खनन शुरू होने वाला है. लिथियम की यह खदान प्रदेश की राजधानी रायपुर से 200 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. नई दिल्ली में 12 अगस्त को नेशनल मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट की मीटिंग में इस लिथियम खदान को खोलने का ऐलान किया गया. जीएसआई ने लगभग 250 हेक्टेयर में 10 से 2000 पार्ट्स प्रति मिलियन (पीपीएम) के बीच लिथियम होने की पुष्टि की है.

नई दिल्ली मेंन्हुई इस मीटिंग में छत्तीसगढ़ के सीएम की ओर से राज्य के हेल्थ मिनिस्टर श्याम बिहारी जायसवाल शामिल हुए. उन्होंने कहा, ‘राज्य में लिथियम खदान शुरू होने से छत्तीसगढ़ 2047 तक विकसित भारत के विजन में और अधिक योगदान देने वाले देशों में अग्रणी राज्यों में से एक बन जायेगा.’

कहाँ-कहाँ पर होता है लिथियम का इस्तेमाल

लिथियम जैसे क्रिटिकल मिनरल का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों (EV), मोबाइल फोन, लैपटॉप, ब्लूटूथ स्पीकर समेत कई अन्य इलेक्ट्रोनिक डिवाइस की बैटरियों के निर्माण में होता है. क्रिटिकल मिनरल, रिन्युबल एनर्जी, डिफेन्स, एग्रीकल्चर, फार्मास्युटिकल्स, हाई-टेक, इलेक्ट्रोनिक्स, टेलिकॉम और ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक महत्वपूर्ण और रणनीतिक धातु है. फिलहाल, भारत इन धातुओं को विदशों से मंगाता है.

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देश में और कहाँ है लिथियम के भंडार

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के सलाल-हैमाना क्षेत्र में लिथियम का भंडार खोजा गया है. खास बात है कि यह दुनियाँ का सातवाँ सबसे बड़ा लिथियम भंडार है. इसके अलावा कर्नाटक के मांड्या जिले में हुए सर्वे में करीब 14,100 तन लिथियम भंडार का संकेत मिला है. राजस्थान के नागौर के डेगाना में भी लिथियम का भंडार है.

ख़त्म होगा चीन का एकाधिकार

दुनिया में चिली, आस्ट्रेलिया और अर्जेन्टीना में लिथियम के बड़े भंडार है. वही, अमेरिका, बोलाविया और चीन में भी यह क्रिटिकल मिनरल पाया जाता है. लेकिन, लिथियम का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल चीन कर रहा है. चीन में लिथियम आयन बैटरी का उत्पादन होता है और दुनिया में बनने वाली लिथियम बैटरियों में से 77 फ़ीसदी चीन में बनती है. हैरान की बात है कि अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा लिथियम आयन बैटरी मंगाई जाती है.

हालाकि, अब देश में मिले लिथियम के भंडार से हम अपनी लिथियम की 80 फीसदी जरुरत को पूरा करने में सक्षम हो जायेंगे. ऐसे में हम् अन्य देशों को लिथियम और लिथियम बैटरी का निर्यात कर सकेंगे. वही देश में लिथियम का उत्खनन होने से लिथियम इनपुट कास्ट कम होगी जिसे इलेक्ट्रोनिक समान सस्ते हो सकते हैं. फिलहाल भारत हर साल करीब एक बिलियन डॉलर से अधिक के लिथियम का आयात करता है. चीन में एक टन लिथियम की कीमत करीब 51,19,375 रूपये है.

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