महिला ने 25 हजार की सहायता राशि से शुरू किया बिजनेस : Yojana Ki 25 Hajar Se Mahila Ne Shuru Kiya Business
महिला ने 25 हजार की सहायता राशि से शुरू किया बिजनेस : Yojana Ki 25 Hajar Se Mahila Ne Shuru Kiya Business, ख़बरों के मुताबिक एक गाँव की महिला ने योजना से मिली 25 हजार रूपये की सहायता राशि से शुरू किया बिजनेस. अब हर महीने कमाती है 40 से 50 हजार रूपये.
गाँव की रहने वाली सीता देवी ने बताया कि उन्हें ब्लैक बंगाल बकरी पालन की ट्रेनिंग में कृषि विज्ञान केंद्र के पशु रोग विशेषग्य डॉ. विपिन ने बताया था. इसी नस्ल की बकरी का पालन करती है और प्रत्येक महीने 3 से 4 बकरा बेंच देती है. एक बकरा का कीमत वजन अनुसार लगभग 15 से 25 हजार रूपये में बिक जाती है. इसके अनुसार सीता देवी हर महीने 40-50 रूपये कमा लेती है.
आदर्श डेयरी फार्मिंग | पशुधन योजनायें |
पशुधन ख़बर | बकरीपालन |
काम करने वाले को कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता है. बस उसे सिद्दत से करने की जरुरत है. यही कर दिखाया है बेगुसराय की सीता देवी ने. जब बिहार सरकार की समावेशी विकास के तहत विशेष रणनीति बनाकर सतत जीवकोउपार्जन का लाभ इन्हें दिया गया, फिर इनकी तक़दीर बदलनी शुरू हो गई.
सीता ने बताया एक समय ऐसा था, जब उन्हें खाना खाने के लिए सोचना पड़ता था और आज बेटे को हॉस्टल में भेजकर इंटर की पढाई करवा रहे हैं. इनकों इस मुकाम तक पहुचाने में पहले कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर ने बकरी पालन का ट्रेनिंग देकर निभाया. फिर जीविका बीपीएम मनोज कुमार और बीआरपी जूही ने मदद कर तक़दीर ही बदल दी. आज की समय में इनकी कहानी ग्रामीण परिवेश में बकरीपालन स्वरोजगार बनते जा रहा है इसके उदहारण के रूप में इसे देखा जा रहा है.
सतत जीवकोपार्जन से मिली थी 25 हजार रूपये की सहायता
बेगुसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड की सीता देवी ने बताया कि सतत जीवकोपार्जन योजना के तहत मुफ्त में बकरी पालन के लिए 15 हजार और घर बनाने के लिए 10 हजार की सहायता मिली थी. उन्होंने बताया यह सहायता मुझे दो साल पहले सन 2022 में मिली थी. इसके बाद 4 बकरी पालन से शुरुवात की. आज 30 से 40 बकरी मेरे पास हो गई है. मै सिर्फ बकरे को ही बेचती हूँ, जबकि बकरी से फार्म आगे बढ़ रहा है. एक साल में एक बकरी 3 से 5 बच्चे देती हैं. बच्चा बड़ा होने पर वजन के अनुसार बेचती हैं. इसके अलावा बकरी का दूध काफी पौष्टिक एवं गुणकारी होता है. इसके दूध को बेंचकर भी अच्छी कमाई हो जाती है.
मत्स्य (मछली) पालन | पालतू डॉग की देखभाल |
पशुओं का टीकाकरण | जानवरों से जुड़ी रोचक तथ्य |
हर महीने 30 से 50 हजार तक कमा लेती है
सीता देवी ने बताया ब्लैक बंगाल बकरी पालन की ट्रेनिंग कृषि विज्ञान केंद्र के पशु रोग विशेषग्य डॉ. विपिन से पाया था. इसी नस्ल के बकरी पालन करते हुए सीता बाई बकरा को बेंचकर हर महीने 40-50 हजार रूपये तक कमाई कर लेती है. इसी बकरी पालन से सीता बाई 5 लाख रूपये का घर भी बनवाई है और बेटा को इंटर की पढाई हॉस्टल में रखकर करवा रही है.
इन्हें भी पढ़ें : किलनी, जूं और चिचड़ीयों को मारने की घरेलु दवाई
इन्हें भी पढ़ें : पशुओं के लिए आयुर्वेदिक औषधियाँ
इन्हें भी पढ़ें : गाय भैंस में दूध बढ़ाने के घरेलु तरीके
इन्हें भी पढ़ें : ठंड के दिनों में पशुओं को खुरहा रोग से कैसे बचायें
प्रिय पशुप्रेमी और पशुपालक बंधुओं पशुओं की उपर्युक्त बीमारी, बचाव एवं उपचार प्राथमिक और न्यूनतम है. संक्रामक बिमारियों के उपचार के लिये कृपया पेशेवर चिकित्सक अथवा नजदीकी पशुचिकित्सालय में जाकर, पशुचिकित्सक से सम्पर्क करें. ऐसे ही पशुपालन, पशुपोषण और प्रबन्धन की जानकारी के लिये आप अपने मोबाईल फोन पर गूगल सर्च बॉक्स में जाकर सीधे मेरे वेबसाइट एड्रेस pashudhankhabar.com का नाम टाइप करके पशुधन से जुड़ी जानकारी एकत्र कर सकते है.
Most Used Key :- पशुओं की सामान्य बीमारियाँ और घरेलु उपचार
किसी भी प्रकार की त्रुटि होने पर कृपया स्वयं सुधार लेंवें अथवा मुझे निचे दिए गये मेरे फेसबुक, टेलीग्राम अथवा व्हाट्स अप ग्रुप के लिंक के माध्यम से मुझे कमेन्ट सेक्शन मे जाकर कमेन्ट कर सकते है. ऐसे ही पशुधन, कृषि और अन्य खबरों की जानकारी के लिये आप मेरे वेबसाइट pashudhankhabar.com पर विजिट करते रहें. ताकि मै आप सब को पशुधन से जूडी बेहतर जानकारी देता रहूँ.